- Mohd Zubair Qadri
तैनाती में खेल विधायक का लेखपाल भाई बचा, निलंबित किया दूसरा किसान की मौत के बाद खुलासा

यूपी बदायूं। बदायूं में नगला शर्की गांव के किसान रूम सिंह की आत्महत्या के प्रकरण के बाद लेखपाल पर कार्रवाई ने पहले से चल रहे एक और खेल का खुलासा कर दिया। मामले में जिस लेखपाल कुलदीप भारद्वाज को निलंबित किया गया, उसकी तैनाती दूसरे क्षेत्र में है।
सदर तहसील में गड़बड़ियां चरम पर हैं। इसका यही जीता जागता प्रमाण है कि शहर से सटे नगला शर्की गांव के लेखपाल सतेंद्र शाक्य हैं लेकिन बिना किसी लिखित आदेश-निर्देश के यहां कुलदीप भारद्वाज नाम के लेखपाल काम संभाले हुए थे।
नगला शर्की में बिल्सी से भाजपा विधायक हरीश शाक्य के लेखपाल भाई सतेंद्र शाक्य तैनात हैं। कुलदीप की तैनाती कादरचौक के गांव असरासी में है। अपनी सुविधानुसार दोनों ने आपस में ही क्षेत्र तय कर लिए थे। इसकी पुष्टि करते हुए एसडीएम ने जांच शुरू करा दी है।
ग्रामीण कुलदीप को ही मानते रहे अपना लेखपाल
कुलदीप ही नगला शर्की में राजस्व के मामले देखने जाते थे। ग्रामीण उन्हें ही अपना लेखपाल मानते रहे। किसान रूम सिंह ने भी नायब तहसीलदार के साथ लेखपाल कुलदीप पर ही उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इधर मामले का खुलासा होने पर सतेंद्र ने बताया कि कुलदीप को अधिकारियों ने नगला शर्की का अतिरिक्त चार्ज दे दिया था। उनकी मूल तैनाती असरासी में ही है।
एसडीएम एसपी वर्मा ने बताया कि सतेंद्र शाक्य की तैनाती नगला शर्की में है। कुलदीप भारद्वाज की तैनाती असरासी में है। मामला संज्ञान में आया है। पता कराया जा रहा है कि लेखपालों के क्षेत्र कैसे और किसने बदले?
डीएम मनोज कुमार ने बताया कि लेखपाल के नियुक्ति अधिकारी एसडीएम होते हैं। उन्होंने ही निलंबित किया है। कौन लेखपाल कहां तैनात है, इसकी जानकारी एसडीएम को होती है। वही बता सकते हैं।