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  • Mohd Zubair Qadri

राजकीय मेडकल कॉलेज में ब्लड बैंक खोलने को मिली मंजूरी, मरीजों को मिलेगी काफी राहत


यूपी बदायूं। राजकीय मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक खोलने के लिए शासन की मंजूरी मिल गई है। कॉलेज प्रशासन के अनुसार यहां 300 यूनिट ब्लड को सुरक्षित रखा जा सकेगा। ऐसे में लोगों को खून के लिए केवल जिला अस्पताल पर निर्भर नहीं रहना होगा। मरीजों व तीमारदारों को काफी राहत मिलेगी।


जिले में अब तक केवल जिला अस्पताल में ही ब्लड बैंक संचालित है। ऐसे में अगर पूरे जिले में कहीं कोई मार्ग दुर्घटना, फौजदारी या अन्य घटना होती है और घायल को खून की जरूरत होती है तो तीमारदारों को जिला अस्पताल ही आना पड़ता है। यहां पर भी संबंधित ग्रुप का ब्लड न मिलने पर लोगों को बरेली तक की दौड़ लगानी पड़ जाती है। जब जिले में हायर सेंटर के रूप में मेडिकल कॉलेज को खोला गया तो उम्मीद जागी कि जल्द ही यहां भी ब्लड बैंक खुल जाएगा। मेडिकल कॉलेज खुलने के बाद कॉलेज प्रशासन द्वारा ब्लड बैंक को लेकर पत्राचार करना शुरू कर दिया गया था लेकिन शासन स्तर से इसकी मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। कुछ समय पहले शासन ने मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक के संबंध में पत्रावली मांगी तो कॉलेज प्रशासन को उम्मीद जागी। कॉलेज प्रशासन की ओर से ब्लड बैंक खोलने के लिए जगह निर्धारित करते हुए पत्रावली दिसंबर में शासन को भेजी गयी थी, इसके बाद इसकी मंजूरी को लेकर इंतजार किया जा रहा था। अब शासन ने ब्लड बैंक खोलने की मंजूरी दे दी है। इसका पत्र कॉलेज प्रशासन को प्राप्त हो गया है। यहां पर शुरुआत में तीन सौ यूनिट ब्लड को स्टोर किया जाएगा।


जिला अस्पताल में है 450 यूनिट ब्लड रखने की क्षमता

जिले में अभी तक केवल जिला अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा है। यहां 450 ब्लड यूनिट रखने की क्षमता है। पूरे जिले में मरीजों के लिए जरूरत पड़ने पर यहीं से ब्लड दिया जाता है। अभी तक राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीजों के लिए भी यहीं से ब्लड मुहैया कराया जाता है लेकिन अब मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक खुलने के बाद मरीजों को काफी राहत मिलेगी।

इतने स्टाफ होगी जरूरत

एक ब्लड बैंक के लिए एक शिफ्ट में एक डॉक्टर, पैथालॉजिस्ट, लैब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, काउंसलर, डाटा/ कंप्यूटर ऑपरेटर, वार्ड ब्यॉय आदि की जरुरत होती है। मेडिकल कॉलेज में भी यही स्टाफ एडजस्ट किया जाएगा।

शासन द्वारा मेडिकल कॉलेज में ब्लड बैंक खोलने के लिए मंजूरी मिल गई है। ब्लड को सुरक्षित रखने के लिए यहां पर डीप फ्रीजर आएंगे। शुरुआत में लगभग 300 यूनिट ब्लड यहां पर रखा जा सकेगा। फ्रीजर की संख्या बढ़ने पर क्षमता में भी बढ़ोतरी हो सकेगी। - डॉ. आरपी चौधरी, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज


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