
बदायूं। बरेली-मथुरा बाईपास पर सोत नदी पर पुल निर्माणाधीन है, पुल का कार्य तो चल रहा है मगर इसके साथ वाहन को निकलने के लिए पीडब्लूडी ने रास्ता तक नहीं बनाया है,
कच्चे रास्ते से निकल रहे थे वह भी बरसात में दलदल बन गया है। गहरे-गहरे गड्डे और पांच-पांच फिट गहरा पानी भरा है। जिसमें पुलिस भी भारी वाहन ट्रैफिक डार्यवड कर रही है, जिससे सोत नदी के पास दल-दल में दर्जनों ट्रक फंस गए हैं।
सोमवार को बदायूं बाईपास पर सोतनदी पुल निर्माण के पास दलदल में ट्रक और लोडर वाहन फंसते रहे हैं। वहां पर खड़े क्रेन वाले के अनुसार दिन भर में कई ट्रक और लोडर वाहन फंसे हैं, जिन्हें क्रेन से भी निकालना पड़ा है।
वहीं कई वाहन तो पलटते-पलटते बचे हैं। वहां पर लोगों ने बताया कि यह नया नहीं हैं, पिछले पंद्रह दिनों से यह हालत हैं। इससे पहले केवल गड्डे थे तो वाहन धीरे-धीरे निकल जाते थे मगर अब बारिश होने से तीन से पांच फिट गहरे गड्डों में जलभराव हो रहा है।
जिसकी वजह से वाहन फंस रहे हैं। मगर पीडब्ल्यूडी से लेकर पुलिस विभाग तक किसी ने वाहनों को निकलने के लिए व्यवस्था के बारे में नहीं सोचा है। लग रहा है अफसरों को किसी बड़े हादसे का इंतजार है। पीडब्ल्यूडी यातायात के लिए रास्ता तक तैयार करके निकलने को नहीं दे रही है और पुलिस यातायात बढ़ाते निकल रही है।
वहीं रात के समय तो यहां वाहन पटलने के साथ लूट का डर बढ़ गया है। नदी के जंगल इलाके से वाहन चालकों को ऐसे रास्ते से निकलना मुश्किल है।
पुलिस नहीं आने देती है हैवी ट्रैफिक
शहर में जाम की समस्या न बने, इसके लिए पुलिस द्वारा बरेली और मथुरा की ओर जाने वाला हैवी ट्रैफिक बाहर से ही डायवर्ट कर दिया जाता है, लेकिन हैवी ट्रैफिक गड्डों में जाकर फंस रहा है, जबकि बाइपास पर साफ-साफ लिखा है कि भारी वाहन का प्रवेश नहीं है इसके बाद भी पुलिस मेडिकल कालेज व बिल्सी तिराहा, खेड़ा नवादा से वाहनों को बाइपास पर भेज रही है।
लिए जाते हैं दो से तीन हजार
फंसे हुए वाहनों को निकालने के लिए दो, चार जेसीबी और क्रेन वाले खड़े रहते हैं और वाहन फंसते ही निकालने के बदले बढ़िया डील शुरू हो जाती है। एक ट्रक चालक ने बताया कि फंसे हुए ट्रक गड्डों से निकालकर बाइपास पर ऊपर तक चढ़ाने के लिए दो से तीन हजार रुपए लिए जाते हैं।