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  • Mohd Zubair Qadri

बदायूं पालिका हुयी डिफाल्टर, पेट्रोल पंप संचालकों का डीजल और पेट्रोल देने से इंकार


यूपी बदायूं। फंड के संकट से नगर पालिका जूझ रही है। अब तो नगर पालिका को पेट्रोल पंप संचालकों ने भी भरोसा करना बंद कर दिया है। नगर पालिका के पास बजट का संकट है और पेट्रोल पंप संचालकों ने भी पेट्रोल-डीजल देने से मना कर दिया है। बिना डीजल-पेट्रोल के कब तक गाड़ी चलेगी यह स्थिति सामने आने वाली है। यहां तक की जल्द ही कूड़ा वाहन भी खड़े हो जायेंगे तो सफाई व्यवस्था प्रभावित हो जायेगी।


शहर नगर पालिका के सामने अब बड़ा एक नया संकट आने वाला है। नगर पालिका को अब तक दो पेट्रोल पंप संचालकों ने डीजल और पेट्रोल देने से इंकार कर दिया है। एक पेट्रोल पंप संचालक का नगर पालिका पर 25 लाख रुपये बकाया चल रहा है तो दूसरे का 20 लाख रुपये बकाया है। यह भुगतान न होने की वजह पंप संचालकों ने डीजल-पेट्रोल को मना कर दिया है तो नगर पालिका ने ढूंढ़कर तीसरा पंप संचालक तैयार किया है। जिस पर गाड़ियों, ट्रैक्टरों सहित नगर पालिका के वाहनों में डीजल-पेट्रोल को डलवाया जा रहा है। फिलहाल पालिका के सामने संसाधनों को लेकर ऐसे-ऐसे संकट आ रहे हैं जिससे नगर पालिका की सेवायें प्रभावित हो रही हैं। नगर पालिका को शासन से भरपूर बजट नहीं मिल पा रहा है।


सफाई व्यवस्था को लग सकता है झटका


शहर की सफाई व्यवस्था को जल्द ही झटका लग सकता है। शहर नगर पालिका के पास डीजल, पेट्रोल डलवाने को फंड नहीं है और पंप संचालकों ने देने से मना कर दिया है। आने वाले समय में वाहनों के पहिया रुक सकते हैं। पालिका को तीसरा पेट्रोल पंप बड़ा मुश्किल से डीजल-पेट्रोल दे रहे है। उसने मना कर दिया तो दिक्कत आ सकती है।


बोर्ड फंड भी खाली


नगर पालिका के पास बजट का संकट है। नगर पालिका बोर्ड फंड खाली पड़ा है जल और गृह कर शहर के लोगों पर करोड़ों रुपये बकाया है मगर वसूली न होने के कारण नगर पालिका के उपयोग नहीं आ पा रही है। बोर्ड फंड में वसूली कर अब तक पैसा ही जमा नहीं किया गया है इसलिये खाली है और पैसा उपयोग में नगर पालिका नहीं ले पा रही है।


नगर पालिका के पास बजट की दिक्कत है न तो शासन से बजट मिल पा रहा है। कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं कर पा रहे हैं। बोर्ड फंड में भी ज्यादा कुछ नहीं है इसलिये डीजल-पेट्रोल का भुगतान नहीं कर पाये हैं। प्रयास जारी है, बोर्ड फंड में वसूली कर जमा करा रहे हैं। जल्द ही भुगतान करा देंगे।


अमित कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट

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