- Mohd Zubair Qadri
मुहर्रम: यौम-ए-आशूरा के दिन बड़ी कर्बला में या हुसैन की सदाओं के साथ लहराया तिरंगा

बदायूं। इस्लामी कैलेंडर के पहले महीने की नौ तारीख को मुस्लिम समाज के लोगों ने जगह-जगह ताजिए सजाए और हज़रत इमाम हुसैन की करबला के मैदान में हुई शहादत को याद किया। मंगलवार दस तारीख को यौम-ए-आशूरा के दिन शहर की मोहल्ला कबूलपुरा में स्थित बड़ी कर्बला में हज़रत इमाम हुसैन को याद किया गया और या हुसैन की सदाओं के साथ तिरंगा लहराते हुए लोगों को लंगर तकसीम किया। इस मौके पर बड़ी संख्या में अकीदतमंद यहाँ पहुंचे।
यौम-ए-आशूरा को मुस्लिमों ने रोजा रखा जबकि मगरिब की अजान होने पर इफ्तार किया और कर्बला के भूखे-प्यासे शहीदों की याद करते हुए लोगों को लंगर व न्याज़ का एहतिमाम किया गया।
अकीदतमंद ने कहा कि कर्बला में इमाम ए आली मकाम हजरत इमाम हुसैन जुल्म करने वाले के आगे हरगिज़ नहीं झुके इंसानियत और सच्चाई को कायम रखने के लिए शहादत देना गवारा किया इसी लिए आपको याद करने वाले का सर अदव से झुक जाता है।