- Mohd Zubair Qadri
फलस्तीन में हो रहा इंसानियत का कत्ल, पूरी दुनिया सिर्फ देख रही, मौलाना तौकीर रजा

बरेली। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने नौमहला मस्जिद में फिलिस्तीन में मारे गए लोगों के लिए सामूहिक दुआ कराई। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। जबकि सुरक्षा के मद्देनजर मस्जिद के बाहर पुलिस फोर्स तैनात रहा और आसपास के रास्तों पर नाकाबंदी रही।
वहीं सामूहिक दुआ से पहले आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान समेत पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के घरों पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया। हालांकि किसी के आने जाने पर रोक नहीं थी। जिसके बाद दोपहर ढाई बजे के बाद मौलाना तौकीर रजा खान की अगुवाई में फलस्तीन में मारे गए लोगों के लिए सामूहिक दुआ की गई।
बता दें, पहले मौलाना तौकीर रजा ने शुक्रवार को इस्लामिया इंटर कॉलेज के मैदान में फिलिस्तीन के लिए सामूहिक दुआ का ऐलान किया था, लेकिन प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। जिसके बाद प्रशासन की परमिशन पर नौमहला मस्जिद में सामूहिक दुआ की गई। जिसमें सभी ने देश-दुनिया में अमन और शांति के लिए सजदा किया।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए मौलाना तौकीर रजा खान ने कहा कि सामूहिक दुआ में फिलिस्तीन में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही पूरे देश-दुनिया में अमन और शांति के लिए दुआ की गई है, लेकिन बहुत तकलीफ की बात है कि अब हिंदुस्तान में दुआ करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। भारतीय जनता पार्टी को दुआ से भी तकलीफ है। इसीलिए ज्यादती करते हुए जबर्दस्ती हमारा वैन्यु चेंज किया और दुआ में शामिल होने के लिए आने वाले लोगों को भी रोका गया।
उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में लोगों पर जुल्म किया जा रहा है और जो लोग घायल हैं, उन्हें इलाज न मिले। इसके लिए अस्पतालों पर भी बम गिराए जा रहे हैं। लेकिन फिर भी इंसानियत का कत्ल होते हुए पूरी दुनिया देख रही है। इस दौरान मौलाना तौकीर रजा ने अरब एंबेसी पर धरना देने का ऐलान करते हुए अरब देशों को अपनी गलती सुधारने की नसीहत भी दी। साथ ही उन्होंने फिलिस्तीनियों की मदद के नाम पर रुपए मांगने वालों से भी लोगों को सतर्क रहने की अपील की।
वहीं, इंसानियत की हिमायत और जुल्म के खिलाफ आज मस्जिद नौमहला में हुई सामूहिक दुआ में शामिल होने गए दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) ने अपना पैगाम देते हुए इस्लामी दुनिया के आम लोगों की सभी इस्लामी देशों, खासकर सऊदी अरब की सरकारों से अपील किया है।
उन्होंने कहा कि इस समय इजराइल अपने सहयोगियों, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन और सहायता से गाजा में फिलिस्तीन के आम मुसलमानों को खत्म कर रहा है। आम नागरिकों को मारने वाले हथियार, गोला-बारूद और परमाणु बम अमेरिका के हैं और कांधा व हाथ इज़राइल के हैं। इसलिए हम आप सभी से अपील करते हैं कि इस्लामिक देशों की सरकारें तुरंत संयुक्त राज्य अमेरिका और इज़राइल के सभी सहयोगियों और देशों का बहिष्कार करें। जो इसका समर्थन करते हैं, उनके साथ वाणिज्यिक और राजनयिक संबंध तुरंत खत्म कर दें। इन देशों से अपने राजदूतों को वापस बुला लें और अपने राजदूतों को उनके देशों से बाहर निकाल दें।
उन्होंने कहा कि इस्लामिक सरकारें इजराइल और संयुक्त राज्य अमेरिका से उत्पाद खरीदने और बेचने पर तुरन्त पाबंदी लगाए क्योंकि इजरायल गाजा में मानवाधिकार की खुली धज्जियां उड़ा रहा और इंसानियत का कत्ल कर रहा है। अस्पतालों, स्कूलों, राहत कैंपों तक पर हमले कर रहा है और इस संबंध में वह संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार संगठनों तक की कोई बात नही सुन रहा है और ना पर्याप्त राहत सामग्री वहां पहुंचने दे रहा है।
मौलाना ने ये कहा था
मौलाना तौकीर रजा खान ने बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता में कहा कि बरेली पूरी दुनिया के सुन्नी मुसलमानों का केंद्र है। इस वजह से दुनिया में कही भी जुल्म हो रहा हो तो हमारी जिम्मेदारी है कि हम उसके खिलाफ आवाज उठाएं। लोगों की मदद करें। अगर कुछ नहीं कर सकते तो उनके हक में दुआ करें।
उन्होंने कहा कि इस्राइल की ओर से फलस्तीन में लगातार हमले किए जा रहे हैं। हमने 17 नवंबर को इस्लामिया मैदान में पीड़ितों के हक में दुआ रखी थी, मगर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। हम अमन पसंद लोग प्रशासन से कोई टकराव नहीं चाहते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस्राइल से संबंध समाप्त करें।