- Mohd Zubair Qadri
बरेली उलमा ने त्रिपुरा के दंगों की निंदा की, बोले-मुसलमानों पर हो रहा अत्याचार, सरकर मौन

यूपी बरेली। मरकज-ए-अहले सुन्नत दरगाह आला हजरत बरेली शरीफ के उलमा ने त्रिपुरा दंगों की कड़ी निंदा की है। बांग्लादेश में हुई हिंसा के विरोध में पूर्वोत्तर राज्य त्रिपुरा में इबादतगाहों पर हमला किया गया, मुसलमानों की बेरहमी से हत्या की गई। बांग्लादेश में पिछले दिनों हुई तोड़फोड़ के खिलाफ त्रिपुरा में हिंदू संगठनों की कई रैलियों के बीच त्रिपुरा में मस्जिदों और अल्पसंख्यक बस्तियों पर हमला किया। इसमें पिछले कई दिनों में मस्जिदों और अल्पसंख्यक बस्तियों पर हमले की खबर इंटरनेट मीडिया के जरिया मिल रही है।
मामले को लेकर शनिवार को जमात रजा-ए-मुस्तफा के कार्यालय पर जमात रजा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान मियां की सरपरस्ती में उलमा की बैठक हुई। उन्होंने कहा त्रिपुरा के मुसलमानों पर अत्याचार और शोषण हो रहा है, लेकिन सरकार मौन है। मस्जिदों पर हमले हो रहे हैं। दुकानों और घरों को आग के हवाले किया जा रहा है। कुरान शरीफ की तौहीन की जा रही है। मुसलमानों को बेरहमी से पीटा जा रहा है। उनकी हत्या की जा रही है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार चुप होकर तमाशा देख रही है। दंगाइयों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और मुस्लिमों व मस्जिदों को सुरक्षा प्रदान करने की मांग की। जमात के राष्ट्रीय महासचिव फरमान मियां ने कहा त्रिपुरा में दंगाइयों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो बहुत जल्द देश भर में जमात सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी। जमात प्रवक्ता समरान खान ने कहा त्रिपुरा के मुसलमानों के लिए मस्जिदों और घरों में पांच वक्त की नमाज में खुसूसी दुआ करें। बैठक में मौलाना जाहिद रजा, मौलाना शम्स रजा, हाफिज इकराम रजा खां, मौलाना निजाम, मौलाना अजीमुद्दीन अजहरी, मौलाना सैफ अली कादरी, मौलाना आबिद, डा. मेंहदी हसन, शमीम अहमद, मोईन खान, अब्दुल्लाह रजा खान आदि मौजूद रहे।