top of page

कोरोना वायरस ने तमाम आलम में क़यामत ढहा के रख दिया है, मुमताज़ मियां सक़लैनी


यूपी बदायूं। सरपरस्त हज़रत मुमताज़ मियां सक़लैनी हज़रत शाह सक़लैन अकेडमी ऑफ़ इंडिया ने कहा, कि 2020 जैसे ग़ज़बनाक हालात दुनिया ने शायद कभी नहीं देखे होंगे, कोरोना वायरस ने तमाम आलमें कायनात को ढहा के रख दिया है हर तरफ़ हाहाकार मची हुयी है कोई शख़्स ऐसा नहीं जो इससे मुतस्सिर न हुआ हो। रमज़ान उल मुबारक में इबादतगाहें बंद हैं मस्जिदों में ताले लगे हैं न नमाज़ें हैं न तरावीह हैं, इस ख़तरनाक वायरस ने घरों में क़ैद करके रख दिया है, ख़ासकर हम हिंदुस्तानियों के लिए ये साल क़यामत बनके गुज़र रही है, एक तरफ़ कोरोना का क़हर तो दूसरी तरफ़ सियासी उथल-पथल, झगड़े-बलवे, मज़हबी तअस्सुब का ख़ौफ़,भूखमरी इन हालात में न जाने कितने बच्चों से उनके माँ बाप छीन कर उन्हें यतीम कर दिया,न जाने कितने माँ बाप के लाल मौत के घाट उतार दिये गए और न जाने कितनी ही बेटियाँ अपने सुहाग से महरूम हो गयी। ऐसे हालात में हम ईद को कैसे त्योहार की तरह मनाएँ, ये हरगिज़ मुनासिब नहीं। जहाँ बेशुमार लोग एक एक निवाले को तरस गए हों कैसे ओर किस दिल से नए कपड़े पहनें। हमारी ग़ैरत कैसे गवारा करेगी कि ऐसे हालात में खरीदारियाँ करें और नए कपड़े पहनें। इसलिए मेरी तमाम लोगों से गुज़ारिश है ईद को बहुत सादगी से मनाएँ, हर तरह की ख़रीदारी से परहेज़ करें। कुछ कहा नहीं जा सकता कि कब तक ये हालात रहेंगे वैसे भी हमारी क़ौम मुफ़लिसी ग़ुरबत का शिकार है इसलिए अपनी ज़ात पर खर्च करने के बजाए ज़रूरतमंदों की मदद में खर्च करें। आगे क्या हालात होंगे पता नहीं इसलिए बहुत होशमन्दी से काम लें और अपने अज़ीज़ और रिश्तेदारों को भी ताकीद करें, खुद को महफ़ूज़ रखें और दूसरों को भी महफ़ूज़ रहने की ताकीद करें।

bottom of page