- Mohd Zubair Qadri
पंचायत घर में मिलेगा जन्म और मृत्यु प्रणाण प्रत्र, सभी बीडीओ को आदेश जारी

यूपी बदायूं। गांव-गांव जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र के लिये ग्रामीणों को भागने की जरूरत नहीं होगी। अब गांव में ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया जायेगा। इसके लिये गांव के सचिवालयों में सचिव बैठेंगे और गांव के तमाम कार्यों को पूरा करेंगे। यह व्यवस्था गांव की पुरानी व्यवस्था है जिसको बहाल कर दिया है। अब गांव की ओर सचिवों को भेज दिया गया है।
जिला पंचायत राज विभाग ने सभी बीडीओ को आदेश जारी कर दिया है। ब्लाकों पर बीडीओ से सभी सचिवों का रोस्टर जारी करा दिया है, बीडीओ सचिवों के रोस्टर बना रहे हैं और गांव में सचिवों को बिठाया जायेगा। जुलाई महीने से सचिव गांव-गांव बैठकर पंचायत घरों में ही जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनायेंगे। ग्रामीणों को अब इस सुविधा के लिये शहर भागने की जरूरत नहीं पड़ेगी, घर बैठे गांव में ही ग्रामीणों को विभागीय सुविधायें मिलेंगी। जिले की सभी 1,037 ग्राम पंचायतों में सेवा संचालित करने के निर्देश दिये गये हैं।
गांव-गांव बनेगा परिवार रजिस्टर
ग्रामीणों को परिवार रजिस्टर देखने में दिक्कत होती है। परिवार रजिस्टर ब्लाक पर तथा सचिव अपने बैग में बनाकर रख लेते हैं। मगर अब पंचायत विभाग व्यवस्था को बदलने का काम किया है। पंचायत विभाग अब सचिव को सचिवालय में बिठायेगा और परिवार रजिस्टर को बनायेगा। गांव के लोग आसानी से अपने परिवारों के सदस्यों की हिस्ट्री को दर्ज करा सकेंगे।
खुली बैठक करेंगे
जिले की पांच तहसीलों में 1,037 ग्राम पंचायत हैं। इन ग्राम पंचायतों में सचिवों की तैनाती तो है लेकिन सभी गांव में अभी सचिवालय नहीं बने हैं, मगर फिर पंचायत विभाग ने पुरानी व्यवस्था को बहाल किया है और सचिवों को गांव में ही बैठने के निर्देश दिये हैं। जिले में 500 गांव में पंचायत घर हैं बाकी विद्यालयों में बैठकर खुली बैठक करने के निर्देश दिये हैं जिससे गांव का सर्वांगीण विकास हो सके।
बीडीओ को निर्देश दिये गये हैं वह रोस्टर बनाकर जारी करें और सचिवों को गांव के पंचायतघर में ही बिठाया जायेगा। सचिव गांव में रहेंगे तो ग्रामीणों को जन्म एवं मत्यु प्रमाण पत्र को भागना नहीं पड़ेगा। परिवार रजिस्टर भी पंचायत घरों में बनाये जायेंगे, ग्रामीणों के साथ बैठकर विकास कार्यों का एजेंडा तैयार होगा।
डॉ. सरनजीत सिंह कौर, जिला पंचायत राज अधिकारी