- Mohd Zubair Qadri
पिता के समर्थन में खुलकर आईं बीजेपी सांसद संघमित्रा, फाजिलनगर में बोलीं-सबक सिखाएगी जनता

यूपी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के प्रचार का आज अंतिम दिन था। तीन मार्च को यूपी के 10 जिलों की 57 सीटों पर मतदान होगा। चुनाव के एक दिन पहले कुशीनगर की फाजिलनगर सीट पर मंगलवार को सियासी घमासान चरम पर पहुंच गया। इस सीट से सपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की बीजेपी सांसद बेटी संघमित्रा मौर्य खुलकर उनके समर्थन में आ गईं। इतना ही नहीं संघमित्रा ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर उन्हें घेरने का आरोप लगाते हुए फाजिलनगर की महिलाओं से अपने पिता को वोट देने की अपील की।
गौरतलब है कि मंगलवार की शाम फाजिलनगर के गोड़रिया नामक स्थान पर सपा और भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए थे। दोनों पार्टियों के उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच अचानक झगड़ा शुरू हो गया। मारपीट होने लगी। पत्थर चले और कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। इसके बाद स्वामी प्रसाद मौर्या मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए। दूसरी तरफ, आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ता भी तुर्कपट्टी थानाक्षेत्र के नुनियापट्टी चौराहे पर सड़क जाम करने लगे।
इस बीच स्वामी प्रसाद मौर्य की सांसद बेटी (जो अभी भी भाजपा में हैं) संघमित्रा भी घटनास्थल पर पहुंचीं। उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि पिता के ऊपर हमले की सूचना पर जब वह यहां आ रही थीं तो रास्ते में भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन्हें घेर लिया। संघमित्रा ने फाजिलनगर की जनता खासकर महिलाओं से अपने पिता स्वामी प्रसाद मौर्य को वोट देने की अपील की।
पिता के भाजपा छोड़ने पर संघमित्रा ने कही थी ये बात
स्वामी प्रसाद मौर्य ने यूपी चुनाव की हलचल शुरू होते ही 11 जनवरी को योगी सरकार पर कई आरोप लगाते हुए कैबिनेट मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 14 जनवरी को वह समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए थे। उस वक्त सबने यही सोचा था कि बदायूं से बीजेपी सांसद उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य भी पिता के साथ सपा में चली जाएंगी लेकिन उन्होंने बतौर पार्टी सांसद भाजपा में ही रहने का फैसला किया। तब उन्होंने कहा था कि वह कहीं नहीं जा रही हैं। पिता के दूसरी पार्टी में जाने का मतलब यह नहीं है कि वह भी भाजपा छोड़ देंगी।
पिछले कुछ दिनों से फाजिलनगर में सक्रियता की आ रही थीं खबरें
स्वामी प्रसाद मौर्य ने फाजिलनगर सीट से सपा के टिकट पर ताल ठोंक दी तो भी बेटी संघमित्रा भाजपा में ही रहीं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से फाजिलनगर में उनकी सक्रियता की खबरें आ रही थीं। पिछले दिनों फाजिलनगर के जौरा-मगुलही गांव में बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य को देखे जाने पर मीडियाकर्मियों से उनसे स्वामी प्रसाद मौर्य का प्रचार करने को लेकर सवाल पूछे। तब संघमित्रा ने साफतौर पर इससे इनकार करते हुए कहा कि वह बतौर सांसद कहीं भी आ-जा सकती हैं। संघमित्रा ने कहा था कि उन्होंने पार्टी हाईकमान को पहले ही बता दिया था कि वो फाजिलनगर में बीजेपी का प्रचार नहीं करेंगी। वह यहां वह स्वतंत्र रूप से यहां घूम रही हैं। उनके यहां आने का पिता के प्रचार से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन मंगलवार को संघमित्रा ने मीडिया को दी बाइट में साफ तौर पर कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उन्हें भी घेर लिया था। वह फाजिलनगर की जनता खासतौर पर महिलाओं से स्वामी प्रसाद मौर्य को वोट देने की अपील कर रही हैं।