- Mohd Zubair Qadri
शाखा प्रबंधक ने सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना के तहत लोन देने से किया साफ़ इनकार

बदायूं। शहर के इंद्रा चौक स्थितः बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने युवक को लोन देने से कर दिया इनकार एक और जहा केंद्र व राज्य सरकार युवा बेरोज़गार युवाओं को लोने देकर को कुछ रोज़गार कराना चाहती है तो वही बैंकें मनमानी पर उतारु है। शहर निवासी एक युवक ने यह सोचकर लोन के लिए इक्कीस जुलाई को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत जिला उद्योग केंद्र से रोज़गार करने के लिए आवेदन किया था। जिसके बाद सब जांच कर जिला उद्योग केंद्र ने फाइल बैंक ऑफ इंडिया भेजी जिसके बाद युवक ने बैंक के चककर लगाना शुरू कर दिए लेकिन बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक नहीं मिले लेकिन पच्चीस जुलाई दिन मंगलवार को बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक उपस्थित पायें गए युवक बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक से जाकर मिला उसने शाखा प्रबंधक से आग्रह किया साहब मुझे रोज़गार के लिए लोन चाहिए बस युवक का इतना कहना था कि बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने फौरन सबालों की बौछार कर दी शाखा प्रबंधक ने पहले न ही फाइल देखी और ना कुछ आवेदन के बारे में पूछा तुरंत यह कहने लगे कि मुझे जगह की रजिस्ट्री हाउस टेक्स वाटर टेक्स के कागज़ चाहिए युवक से ऐसे सवाल किये की युवक निराश होकर घर वापस आ गया। युवक का कहना था की मैंने पैसे खर्च करके ऑनलाइन आवेदन कराया लोन के लिए जगह जगह भागा दौड़ी कि लेकिन आखिर में निराशा ही हाथ लगी। जिसका मुझे बेहद दुःख है। युवक बोला मैं लोन के माध्यम से अपना इंटरनेट कैफे ऑनलाइन का कार्य करना चाह रहा था जिसकों करने के लिए मेरे पास जगह भी थी। लेकिन बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक के रबैयें ने सब मेरी मेहनत पर पानी फेर दिया।
युवक ने कहा मुझसे बैंक ऑफ इंडिया शाखा प्रबंधक ने लोन पास कराने के लिए माकन की रजिस्ट्री की मांग की जिससे मैं घवरा गया युवक का कहना था कि जब हमने सरकार द्वारा मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत आवेदन किया है और अपने सारें दस्तावेज़ पहले ही पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन में लगा दिए है तो सीधे बैंक जाते ही शाखा प्रबंधक द्वारा बिना जाचें परखे माकन की रजिस्ट्री की मांग एक दम क्यों कर दी गई।
अब सवाल यह है कि बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक को लोन देना ही नहीं था। तब इस लिए इस तरह वार्ता की। या फिर बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक को जहां से रिश्वत मिलती तब तुरंत लोन की कार्यवाही होती। क्यों की मिली जानकारी के अनुसार बैंक ऑफ इंडिया समेत तमाम अन्य बैंकों में दलाल लगे हुए है जो कि अंदर खाने बैंक मैनेजरों से सेटिंग करे हुए है उनके तुरंत प्रयास से बैंक मनेजर तुरंत लोन पास कर देते है मिली जानकारी अनुसार एक लाख पर दस से 15 प्रतिशत पैसों की मांग की जाती है लोन पास कराने के लिए दलालों द्वारा जिसके चलते बैंक मैनेजर मिली भगत से लोन पास कर देते है। अंदर खाने बैंकों में भी दलाल बैंक मैनेजरों की मिली भगत से लगातार सक्रीय है। ऐसे भ्रष्ट ज़िम्मेदारों पर सरकार और जिला प्रशासन द्वारा सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।