- Mohd Zubair Qadri
कंपकंपाने वाली ठंड पूरे दिन छाए रहे बादल ठिठुरन और गलन लोगों को अलाव का लेना पड़ा सहारा

बदायूं। जिले में कोहरे और शीतलहर के चलते सोमवार को दिन में भी लोगों की कंपकपी छूटती रही। तापमान में 2 डिग्री की बढ़ोतरी हई। अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रह गया रोज की तरह सुबह लोग जागे तो घना कोहरा छाया था। रविवार से कोहरा पड़ने की शुरुआत हो गयी। कोहरा संग गलन भी लोगों पर जमकर सितम ढहा रही है। कोहरा के चलते सुबह में 10 बजे तक यातायात प्रभावित रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने नयी साल की शुरुआत तक इसी प्रकार से मौसम रहने के संकेत दिये हैं। ठंडी हवायें चलने की वजह से गलन बढ़ गयी है। जिससे दिक्कतें बढ़ गयी हैं। सोमवार को भी सुबह कोहरा इतना था कि कई कदम सामने तक का स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था। दिनभर कोहरा छाया रहा। इससे कामकाजी लोग ठिठुरते हुए अपने दफ्तर या संस्थान पहुंचे। दिनभर शीतलहर का प्रकोप रहा। सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए, ठिठुरन और गलन बढ़ जाने से लोगों को अलाव का सहारा लेना पड़ा।
जिला अस्पताल में रैन बसेरा बंद है, अधिकतर तीमारदार अपने मरीज के आसपास लेटकर समय गुजार रहे हैं लेकिन इमरजेंसी और सर्जिकल वार्ड में भर्ती मरीजों के तीमारदारों को रैन बसेरा की जरूरत पड़ रही है। मरीज़ के साथ जागने वाले तीमारदार ठिठुर जाते हैं। रात के समय रैन बसेरा नहीं खोला गया तो तीमारदार और अन्य लोगों की मुसीबत होती रहेगी। रात को रैन बसेरा नहीं खोला गया है जो तीमारदार मरीज के पास लेटकर समय गुजार रहे हैं, उनका तो काफी बुरा हाल है। नीचे फर्श ठंडा है और ओढ़ने के इंतजाम नहीं हैं। ऐसे में ठिठुरने के सिवाय कुछ नहीं है। मरीज़ों के साथ आय तीमारदारों को ठिठुरन और गलन बढ़ जाने से लोगों को अलाव का सहारा लेना पढ़ रहा है।
अधिक ठंड बढ़ने से बच्चों और बुजुर्गों का रखें विशेष ध्यान
जिला अस्पताल के फिजियशन डाक्टर ने ऐसे मौसम में बच्चों एवं बुजुर्गों का खास ध्यान रखने के लिये कहा है। डॉक्टर ने बताया कि बच्चों एवं बुजुर्गों को जरूरी कार्य होने पर ही घरों से बाहर निकलने दें। अगर कही जाये भी तो गर्म कपड़े अच्छे से पहनें और कान ढककर रखें।