
बदायूं। जिलाधिकारी के निर्देशानुसार होली पर्व की सभी छुट्टियाँ निरस्त कर दी गई थीं, इसके बावजूद भी जिला महिला चिकित्सालय की लापरवाह सीएमएस अपनी मनमर्जी से ड्यूटी से नदारद हो गईं और बैठक में भी गैरहाज़िर रहीं। लेकिन लापरवाह ज़िम्मेदार सुधरने का नाम नहीं ले रहे डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए उनका जवाब तलब कर विभागीय कार्यवाही हेतु स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को पत्र भेजने के निर्देश दिए हैं। कहा कि इसके अलावा उनके वेतन आहरण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए, जितने दिन ड्यूटी से नदारद रहीं हैं, उतने दिन के वेतन की भी कटौती की जाए।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ जिला स्वास्थ्य समिति, विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान तथा सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान की समीक्षा की। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शहर में चलाए जा रहे नर्सिंग होम एवं क्लीनिक चेकिंग अभियान की प्रगति धीमी होने पर डीएम ने अभियान में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शहर की भांति तहसील क्षेत्रों में भी उप जिलाधिकारियों के साथ चेकिंग अभियान चलाया जाए। डीएम ने जननी सुरक्षा योजना अन्तर्गत भुगतान की स्थिति संतोषजनक न पाए जाने पर कड़ी नाराज़गी जताई। स्वास्थ्य विभाग की तमाम योजनाओं की प्रगति असंतोषजनक पाए जाने पर डीएम ने कहा कि वित्तीय वर्ष के अन्त तक यदि योजनाओं की प्रगति में सुधार नहीं होता है, तो ब्लाक स्तरीय सीपीएम की अगले वर्ष के लिए सेवाओं का विस्तार नहीं किया जाएगा। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि योजनाओं में प्रगति के लिए सभी नोडल अधिकारियों की वित्तीय वर्ष समाप्ति तक छुट्टियाँ निरस्त कर दी जाएं, जिससे वह योजनाओं में प्रगति कर सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित सभी स्वास्थ्य उपकेन्द्रों को क्रियाशील किया जाए।