- Mohd Zubair Qadri
सीएम योगी का आदेश, सीएमओ और डिप्टी सीएमओ को हर हाल में देनी होंगी ओपीडी सेवाएं

यूपी। डॉक्टरों को प्रशासनिक कार्यों से मुक्त करने की मुहिम के तहत सरकार ने सीएमओ, डिप्टी सीएमओ और एडिशनल सीएमओ जैसे वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों को ओपीडी में सेवाएं देने को कहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टीम-9 की बैठक में इस विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि इन वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों के चिकित्सकीय अनुभवों का लाभ लिया जाना चाहिए। यह सभी जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी में रोटेशन के साथ ओपीडी में सेवाएं दें। टेलीकन्सल्टेशन के माध्यम से लोगों को चिकित्सकीय परामर्श दें। इनका यह प्रयास अन्य चिकित्सकों के लिए प्रेरणादायी भी होगा। यह व्यवस्था तत्काल प्रभावी करा दी जाए। मुख्यमंत्री ने हिदायत दी कि स्वास्थ्य विभाग के सभी अस्पतालों में सेवारत स्टाफ निर्धारित ड्रेस में ही रहें। उनके गणवेश पर उनका नाम पर पद नाम अवश्य लिखा हो ताकि मरीज और परिजनों को सुविधा हो। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा था कि प्रत्येक दशा में चिकित्सकों से प्रशासनिक अथवा प्रबंधकीय कार्य न लिया जाए। इनकी तैनाती केवल चिकित्सकीय कार्य में ही होनी चाहिए।
टीकाकरण के लिए अब जिलावार रणनीति बनाई जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की विशाल आबादी को देखते हुए हमें कोविड वैक्सीनेशन को और तेज करना होगा। जिलेवार रणनीति बनाई जाए। वैक्सीन का अभाव नहीं है। भारत सरकार के सहयोग से कई नए वैक्सीन विकल्प भी जल्द ही उपलब्ध होंगे। जून में एक करोड़ टीकाकरण का लक्ष्य है। जुलाई में इस लक्ष्य को तीन गुना तक विस्तार दिया जाना चाहिए। इसके लिए एक लाख अतिरिक्त वैक्सीनेटर तैयार किए जाएं। नर्सिंग के विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करें, अन्य विकल्प भी तलाशें। अब तक 2 करोड़ प्रदेशवासियों ने टीका-कवर प्राप्त कर लिया है। 1,66,27,059 लोगों ने पहली डोज और 36,27,433 लोगों ने दूसरी डोज दी जा चुकी है। 18 से 44 आयु वर्ग के 30 लाख युवाओं को वैक्सीनेट किया जा चुका है।