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  • Nationbuzz News Editor

इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड के तत्वाधान मे वेब कॉन्फ्रेंसिंग आयोजन में कई उलेमा ने शिरकत की


बदायूं। इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड, इंडिया के तत्वाधान मे हज़रत मोईनुद्दीन चिश्ती अजमेरी के जीवन सेवाओं और व्यक्तित्व पर ऑनलाइन वेबिनार ज़ूम पर नेशनल वेबिनार का आयोजन किया गया ! वेबिनार का शीर्षक था "हज़रत ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती और उनके जानशीन हिंदुस्तान मे गंगा जमुनी तहज़ीब के मेमार " वेबिनार का आयोजन 30 जून को से किया गया !इस वेबिनार मे देश भर से लगभग 4 दर्जन नामवर उलेमाओ, दरगाहो के सज्जादा, स्कॉलर्स, पत्रकार, एवं बुद्धजीवियों ने भाग लिया वेबिनार का शुभ आरम्भ बोर्ड के नेशनल चेयरमैन मौलाना डॉ. यासीन अली उस्मानी के स्वागत भाषण से हुआ उदघाटन भाषण मुफ़्ती खलील अहमद कुलपति जामिआ निज़ामिया हैदराबाद ने किया और मुख्य सम्बोधन मस्जिद फतेहपुरी के शाही इमाम मुकर्रम अहमद का दिल्ली से हुआ ! वेबिनार की अध्यक्षता, अजमेर दरगाह के गद्दी नशीन ख़्वाजा गयासुद्दीन चिश्ती, जोधपुर यूनिवर्सिटी के वी.सी प्रोफेसर अख्तरुल वासे और इत्तेहादे मिल्लत कौंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौक़ीर रज़ा ने की।


वेबिनार को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि हमारे देश भारत मे गंगा जमुनी तहज़ीब की बुनियाद ख़्वाजा अजमेरी जैसे सूफ़ी संतो ने ही डाली है ! हमारे देश की मिली जुली सभ्यता और संस्कृति को क़ायम रखने और बढ़ावा देने मे सूफ़ी संतो और विशेष रूप से ख़्वाजा अजमेरी और उनके जा-नशीनो का बड़ा किरदार है ! सातवीं सदी हिजरी मे ख़्वाजा साहब अपनी मानवता प्रेमी, शिक्षाओं और चरित्र से हमारी संस्कृति को मज़बूत किया ! वक्ताओं ने कहा कि बाज़ लोग नासमझी मे इन अज़ीम सूफ़ी संतो के चरित्र पर ऊगली उठा कर हमारे समाजी ताने बाने को अकारण नुकसान पहुँचाने का प्रयास करते हैं ! वक्ताओं ने कहा कि हमें इन बुज़ुर्गी की मानवता प्रेमी शिक्षाओं से नई नस्ल को अवगत कराने की आवयश्यकता है !वेबिनार मे मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ, जामिआ मिल्लीया इस्लामिया दिल्ली, जे.एन. यू दिल्ली, वनारस यूनिवर्सिटी, मौलाना आज़ाद उर्दू यूनिवर्सिटी, पटना ओरिएण्टल कॉलेज, बैंगलोर, भोपाल, गुलबर्गा, केरल, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, तिलंगाना, कोलकाता आदि से धार्मिक, सामाजिक, राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त लोगो ने भाग लिया।


ये वेबिनार डॉ यासीन अली उस्मानी की कन्वेनर शिप मे 30 जून को बदायूं मे सुबह ग्यारह बजे से तीन बजे तक आयोजित किया गया।

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