- Mohd Zubair Qadri
सीआरएस ने खोला बड़ा राज, क्लोन वेबसाइट से बनाए जा रहे थे फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र

यूपी बदायूं। फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र का खेल कोई दो चार दिनों से नहीं बल्कि महीनों से चल रहा है। इसके लिए जन्म और प्रमाण पत्र बनाने वाली वेबसाइट की क्लोन वेबसाइट तैयार की गई है। इसी क्लोन वेबसाइट के जरिए यह फर्जी प्रमाण पत्र बनाए जा रहे हैं। म्याऊं में जनसेवा केंद्र संचालक की गिरफ्तारी के बाद से जांच कर रही पुलिस को इन चार दिनों में इस संबंध में कई महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगीं। इसके चलते ही अलापुर पुलिस ने साइबर सेल की मदद भी ली। इसके अलावा सीएमओ कार्यालय से लेकर सीआरएस कंपनी के मुख्यालय तक संपर्क किया गया। पुलिस के हाथ कुछ मोबाइल नंबर भी लगे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
म्याऊं पीएचसी के एमओआइसी (मेडीकल आफिसर इन-चार्ज) डा. अरविंद की तहरीर पर अलापुर पुलिस ने कस्बे के एक जनसेवा केंद्र संचालक राहुल सिंह को गिरफ्तार किया था। आरोप था कि वह फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाकर धोखाधड़ी कर रहा था। पुलिस ने एमओआइसी की तहरीर पर राहुल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया था।
इसके बाद पुलिस ने पूछताछ में पाया कि वह उसावां के आनंद गुप्ता नाम के जनसेवा केंद्र संचालक से यह प्रमाण पत्र तैयार करवाता था। शुरुआत में लगा कि अस्पताल की आईडी चोरी कर यह सब किया जा रहा है। लेकिन जब पुलिस के हत्थे आनंद गुप्ता लगा तो कई अहम जानकारियां सामने आईं। आनंद गुप्ता ने पुलिस को बताया कि वह यह प्रमाण पत्र नहीं बनाता है। बल्कि एक कंपनी के कुछ लोगों ने उससे मोबाइल पर संपर्क किया था।
प्रमाण पत्र बनवाने का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद से वह उन्हीं लोगों से प्रमाण पत्र बनवा रहा था। इसकी जांच कर रहे रहे म्याऊं चौकी इंचार्ज धनंजय पांडेय ने जानकारी के लिए साइबर सेल को पूरा मामला बताया। इस पर साइबर सेल के कर्मियों ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि जिस कंपनी की वेबसाइट से यह जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनते हैं। उस सीआरएस (सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम) नाम की कंपनी की वेबसाइट की एक क्लोन आइडी बनाई गई है।
जिससे यह पूरा नेटवर्क चलाया जा रहा है। इसके बाद आनंद से कुछ मोबाइल नंबर मिले जिनकी जांच शुरू कर दी गई है। इधर चौकी इंचार्ज धनंजय पांडेय इसकी जांच करने सीएमओ आफिस भी पहुंचे। वहां से भी कुछ साक्ष्य एकत्र किए हैं। चौकी इंचार्ज धनंजय पांडेय ने बताया कि यह एक बड़ा नेटवर्क है, जो धोखाधड़ी कर रहा है। इसकी जांच में वह खुद और साइबर सेल की टीम लगी है। उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दे दी गई है।
सील किए गए लैपटाप और मोबाइल
पुलिस ने म्याऊं जनसेवा केंद्र संचालक राहुल सिंह और उसावां जनसेवा केंद्र संचालक आनंद गुप्ता के पास से मिले लैपटाप और मोबाइल को जब्त कर सील कर दिया गया है। पुलिस को दोनों के लैपटाप से कई प्रमाण पत्र मिले थे। इसके साथ ही कई अन्य कागजात भी जब्त किए गए हैं। हालांकि अब तक दोनों की गिरफ्तारी नहीं दिखाई गई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। जिससे अहम साक्ष्य पुलिस को मिलते जा रहे हैं।
फर्जी जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले मेंं कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं। जिन पर हमारी टीम काम कर रही है। कंपनी की क्लोन वेबसाइट बनाकर प्रमाण पत्र बनाने की जानकारी मिली है। जल्द ही इस पूर मामले का राजफाश किया जाएगा।
संजय कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अलापुर