
यूपी बदायूं। बुधवार को कलेक्ट्रेट में कोरोना काल को मद्देनज़र रखते हुए इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड, इंडिया ने महामहिम राष्ट्रपति को जिलाधिकारी के ज़रिये ज्ञापन दिया इस ज्ञापन में इस्लामिक इंटेलेक्चुअल बोर्ड, इंडिया के डेलिगेशन ने ये मांग रखी की जिस तरीक़े से हर क्षेत्र मे कोरोना के चलते प्रतिबंध लगाए गए थे वो अब हलके हलके खत्म किये जा रहे है परन्तु सामूहिक धार्मिक आयोजनों पर आज भी पूण रूप से आज भी प्रतिबंध है. लोग स्वतंत्र होकर जमात के साथ ना तो नमाज़ अदा कर सकते है और ना ही दूसरे धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन हो सकता है. सभी धर्म के लोगो पर सामूहिक कार्यक्रम करने पर प्रतिबंध लगा हुआ है जो की जनता की समझ से परे है. तमाम क्षेत्रो से लग भग पाबंदिया हटाई जा चुकी है।
इस्लामिक इंटेलेक्चुअल द्वारा महामहिम राष्टपति से मांग की गई है की वो अपने स्तर से सरकार को निर्देशित करने का कष्ट करें की इन प्रतिबंधों को तुरंत हटाकर जमात के साथ नमाज़ अदा करने और दूसरे धार्मिक सामूहिक कार्यक्रम करने लिए आम जनता पूण रूप से स्वतंत्र हो जाये. मास्क सैनीटाईज़ेशन, सोशल डिस्टन्सिंग जैसी शर्तो का कार्यक्रम के दौरान पालन करें।
इस प्रतिनिधि मण्डल का नेतृत्व बोर्ड के नेशनल चेयरमैन, पूर्व मंत्री मौलाना डॉ यासीन अली उस्मानी ने किया और सय्यद मेहंदी हसन निज़ामी, सय्यद दानियाल निज़ामी, कारी इस्रारुल हक़, अमीरुल हसन, साहिबे आलम खान, मोहम्मद नज़र, फरहत सिद्दीकी, ज़ाकिर, हाफ़िज़ मुनाजिर, मोहम्मद मिया आदि लोग मौजूद रहे।