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  • Mohd Zubair Qadri

रक्षाबंधन पर बहनों को मुफ्त यात्रा योजना से डिपो पर यात्रियों की भीड़, चरमराई व्यवस्था


यूपी बदायूं। रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने से बदायूं डिपो की पहले से की गईं व्यवस्थाएं चरमरा गईं। बसों की कमी के कारण बहनों को न सिर्फ घंटों इतजार करना पड़ा बल्कि डग्गमार वाहनों का भी सहारा लेना पड़ा। रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों की काफी भीड़ रही।


रक्षाबंधन पर शासन ने बुधवार रात 12 से शुक्रवार रात 12 बजे तक बहनों के लिए रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की व्यवस्था की है। ऐसे में पहले से ही तय था कि रक्षाबंधन पर इन दो दिन बसों पर यात्रियों का दबाव कई गुना बढ़ जाएगा। बदायूं डिपो ने इसके लिए पहले से व्यवस्था भी की थी। बदायूं-दिल्ली रूट पर पहले से ही डिपो का ज्यादा फोकस था। दरअसल, बदायूं-दिल्ली और बदायूं-चंदौसी रूट पर रेल सेवा नहीं है। इन रूटों पर ज्सादा बसों को लगाया गया, इसके बावजूद व्यवस्थाएं पटरी से उतर गईं। कासगंज-बरेली रूट पर रेल सेवा होने के बावजूद इस रूट की भी ज्यादा सवारियां पहुंचीं। बसें कम पड़ने से सुबह से ही समस्या होने लगी। सबसे ज्यादा समस्या बदायूं-फर्रुखाबाद, बदायूं-दातागंज, बदायूं-चंदौसी रूट पर हुई। बदायूं-कासगंज, बदायूं-बिल्सी, इस्लामनगर, बदायूं-संभल रूटों पर भी लोगों को बसों का इंतजार करना पड़ा।


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दिल्ली के लिए तीन रूटों से चलाई गईं बसें

बदायूं-दिल्ली रूट पर यात्रियों का सबसे ज्यादा दबाव रहता है। ऐसे में रक्षाबंधन के मद्देनजर डिपो ने दिल्ली के लिए तीन रूटों से बसों का संचालन किया। बदायूं वाया बिल्सी, बदायूं वाया सहसवान और बदायूं वाया संभल होते हुए बसों का संचालन किए जाने के बाद भी यात्रियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा। सुबह से लेकर शाम तक बस स्टैंड पर भीड़ रही। इस दौरान जिले के लोकल रूटों पर डग्गामार वाहनों का भी खूब संचालन हुआ।

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कई दिन पहले से चल रही थी रक्षाबंधन की तैयारी

बदायूं डिपो में रक्षाबंधन को लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियां चल रही थीं। डिपो के बेड़े में 168 बसें हैं। इनमें 37 बसें अनुबंधित हैं। अनुबंधित बसों का संचालन ज्यादातर लोकल रूट पर होता है। बेड़े में शामिल शेष बसों में 66 बसों की उम्र दस वर्ष से ज्यादा हो चुकी है। ऐसे में इन बसों के दिल्ली में प्रवेश पर पाबंदी है। रक्षाबंधन के मद्देनजर बदायूं डिपो ने इन 66 बसों में से भी ज्यादातर को छोटी-मोटी कमियां दूर कर विभिन्न रूटों पर दौड़ाया, लेकिन इसके बाद भी बसों को लेकर लोग परेशान रहे। पूछताछ केंद्र पर भी लोगों को जानकारी नहीं मिल सकी।

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