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  • Mohd Zubair Qadri

बदायूं में हजरत शाह सुल्तान आरफीन बड़े सरकार का 812 वां उर्स कुल में शरीक होंगें अकीदतमंद


बदायूं। विश्व प्रसिद्ध हजरत ख्वाजा सैयद सुल्तान आरफीन साहब (बड़े सरकार) का 812 वां उर्स शान-ओ-शौकत के साथ मनाया जा रहा है । 17 अप्रेल को सुबह कुल के साथ उर्स का समापन हो जाएगा। उर्स के दौरान बड़े सरकार की दरगाह पर आम जायरीनों के साथ ओहदेदारों ने भी सिर झुकाया। लोबान और अगरबत्तियों की खुशबू से दरगाह महक उठी। गुल और चारदपोशी का सिलसिला जारी रहा। उर्से मुबारक जोशोखरोश के साथ मनाया जा रहा है। 25 रमजान सोमवार 17 अप्रैल को बाद नमाज़े फज्र होगी कुल शरीफ की फातिहा देशभर से पहुचें बड़ी संख्या में अकीदतमंद।


हाजिर ज़ायरीन अकीदतंदों का अपना मानना है कि उर्स में शिरकत करना हर किसी के बस की बात नहीं है। बल्कि उर्स में वहीं शरीक हो सकता है जिसको बुलाया जाता है। लोगों का यह भी मानना है कि हजरत बड़े सरकार साहब और हजरत छोटे सरकार साहब के आस्तों की हाजरी कभी खाली नहीं जाती है। जिसको मद्देनजर रखते हुए अवामी अकीदतमंदों के अलावा दुनिया भर के अकीदतमंद जायरीन यहां आकर दरगाहों की हाजरी करते हैं और फैज पाते हैं।


अकीदतंदों का मानना है कि इन पाक दरगाहों का चिल्ला करने से सभी तरह की परेशानी दूर हो जाती है और बिगड़े काम भी बन जाते हैं। इन दरगाहों की इन विशेषताओं को मद्देनजर रखते हुए यहां हर वक्त अकीदतमंदों की भारी भीड़ दिखाई पड़ती है और उर्स के मौके पर तो यहां कदम रखना मुश्किल हो जाता है।


छोटे सरकार और बड़े सरकार की दरगाह पर वाराह महीने मरीजों की भीड़ दिखाई पड़ती है। भूत पलीत, जादू टोना का भी यहां की हाजी से शर्तिया लाभ मिलता है।


नात शरीफ कव्वालियों के दौर से शुरू हुआ बड़े सरकार का उर्स महफिलों से जवां रहा। दिल्ली ओर मुंबई की कव्वाली पार्टियों ने समां बांध दिया। जायरीन बड़े सरकार की खिदमत में लगे रहे। जहां जिसको जगह मिली वहां बड़े सरकार के साये में पड़े रहे। इंतजामिया कमेटी की ओर से जायरीनों को पीने के पानी आदि को खास व्यवस्था की गई। Mohammad Zubair Qadri

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