- Mohd Zubair Qadri
यूपी में एक अस्पताल की इमरजेंसी बंद, बिना इलाज के तड़प-तड़पकर दुधमुही बच्ची की मौत

यूपी। बाराबंकी. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जनपद में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था और डॉक्टरों की लापरवाही के चलते एक मासूम बच्ची की जान चली गई. पांच महीने की दुधमुही बच्ची की मौत के बाद उसके माता-पिता ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा काटा. इसकी सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस (Police) ने हंगामा कर रहे आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया. वहीं, इस मामले में सीएमओ अब जांच कराकर कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
मामला सिरौलीगौसपुर स्थित संयुक्त चिकित्सालय का है, जहां एक माता-पिता अपनी दुधमुही पांच महीने की बच्ची को इलाज को लेकर पहुंचे थे. बच्ची घर में तखत से गिरने के चलते बेहोश हो गई थी. बच्ची के माता-पिता उसे लेकर तुरंत संयुक्त चिकित्सालय पहुंचे, लेकिन इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर कहीं पर खोजे नहीं मिले. बच्ची के इलाज के लिए माता-पिता डॉक्टर की खोज में इधर-उधर भटकते रहे. इसी बीच दर्द से तड़प रही मासूम की जान निकल गई. अस्पताल की इमरजेंसी में तैनात चिकित्सकों पर मासूम के इलाज में लापरवाही का आरोप है. बच्ची के माता-पिता इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते रहे. वहीं, मामले की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हंगामा कर रहे आक्रोशित परिवारीजनों को किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया. बच्ची के माता-पिता से मामले की लिखित शिकायत लेकर पुलिस ने कार्रवाई की बात कही, तब जाकर वह किसी तरह शांत हुए।
पिता ने कही यह बात
कोतवाली बदोसरांय के ग्राम तासीपुर निवासी संदीप कुमार शुक्ला ने बताया कि उनकी बच्ची तखत पर सो रही थी. इसी दौरान वह नीचे जा गिरी और बेहोश हो गई. अस्पताल में इलाज न मिलने के चलते उसकी मौत हो गई. अगर समय रहते बच्चे को इलाज मिल गया होता तो उसकी जान न जाती. बच्ची के माता-पिता इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग करते रहे, जिसपर उन्हें कार्रवाई का आश्वासन देकर पुलिस मे मामले को शांत कराया।