- Mohd Zubair Qadri
यूपी में मिला जुला रहा बंद का असर, विपक्षी नेताओं को किया गया नजरबंद, प्रशासन रहा अलर्ट

यूपी। कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों के आह्वान पर किए गए भारत बंद का उत्तर प्रदेश में मिला-जुला असर देखने को मिला। प्रदेश के शहरों में बाजार खुले। हालांकि, व्यापारियों ने किसानों की मांगों का खुलकर समर्थन किया और कहा कि सरकार को किसानों की बातें सुननी चाहिए। वहीं, यूपी में समाजवादी पार्टी व कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
इसके अलावा, अयोध्या, बाराबंकी, बलरामपुर, मेरठ, बागपत, बदायूं, बरेली, सहारनपुर व सीतापुर में सपा व कांग्रेस के नेताओं को पुलिस ने नजरबंद किया। इस दौरान प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आया। प्रदेश में कहीं पर भी उपद्रव होने की कोई खबर नहीं है। मेरठ में किसान आंदोलन को समर्थन देने की आड़ में उन्माद फैलाने की आशंका में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अलीगढ़ में भाकियू भानु कार्यकर्ताओं ने लगाया बोनेर चौराहे पर जाम
किसान यूनियनों के भारत बंद के आह्वान पर भारतीय किसान यूनियन भानु के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को बोनेर चौराहे पर जाम लगाया। कार्यकर्ता अलीगढ़ कानपुर मार्ग की एक सड़क को करीब दो घंटे तक घेर कर बैठे रहे। दोपहर 12.38 बजे दूसरी सड़क भी जाम कर दी। करीब 5 मिनट जाम के बाद सभी पैदल ही नारेबाजी करते हुए धनीपुर मंडी रवाना हो गए। मंडी के गेट पर कुछ देर धरना देने के उपरांत एसीएम प्रथम अंजुम बी को ज्ञापन सौपा।
अलीगढ़ में प्रशासन ने सपाइयों को उनके ठिकानों पर रोका
अलीगढ़ में बंद के समर्थन में जुट रहे सपा नेताओं को पुलिस ने उनके घरों में ही रोक दिया है। जिलाध्यक्ष गिरीश यादव किसी तरह से पूर्व नगर विधायक जफर आलम के आवास पर पहुंचे। पूर्व छर्रा विधायक ठाकुर राकेश सिंह भी साथियों के साथ पहुंचे।
बदायूं में कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर एवम उत्तर प्रदेश कांग्रेस के निर्देशानुसार जिला कांग्रेस कमेटी बदायूं अध्यक्ष ओमकार सिंह, युवा कांग्रेस जिलाध्यक्ष शफी अहमद के नेतृत्व में होने वाले धरना प्रदर्शन से पूर्व ही जनपद में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओमकार सिंह सहित कांग्रेस पदाधिकारी एवम कार्यकर्ताओं को प्रदेश सरकार के तानाशाही रवैये पर पुलिस प्रशासन द्वारा नजरबन्द कर दिया गया
बंद का नहीं दिखा कोई असर, कई संगठनों ने धरना देकर किया प्रदर्शन
हाथरस में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया और सभी प्रमुख बाजार खुले। किसान संगठनों और कई राजनीतिक दलों ने जरूर जिले की तहसील मुख्यालयों पर प्रदर्शन किए और धरना दिया। इस दौरान पुलिस फोर्स काफी सतर्क रही और अधिकारी भ्रमण करते रहे। वकीलों ने भी हड़ताल कर प्रदर्शन किया।
लखनऊ में कई जगह हिरासत में लिए गए किसान नेता व कार्यकर्ता
लखनऊ के कई इलाकों में किसान नेताओं व समर्थकों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। किसान यूनियन लोकतांत्रिक प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह चौहान, जिला उपाध्यक्ष अतुल कुमार, बाबी सिंह, अर्जुन सिंह, सज्जन सिंह सहित सैकड़ों किसानों को पुलिस ने हिरासत में लिया। वहीं, रोड जाम करने पर भी पुलिस ने किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया।
इटौंजा में राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ताओं ने किसान बिल का पुतला जलाया। राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष राकेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस की सख्ती से नहीं दिखे किसान
बरेली में पुलिस की सख्ती से किसान अभी सड़कों पर नहीं दिखे। एकता संघ के नेता को रात ढाई बजे ही पुलिस ने नजरबंद कर दिया था। सपा के बड़े नेताओं को उन्हीं के घरों में नजरबंद कर दिया गया।
अयोध्या में दो दर्जन से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार
अयोध्या में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे दो दर्जन से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता गिरफ्तार किए गए। हाउस अरेस्ट तोड़कर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव कांग्रेस कार्यालय पहुंच गए। शहर के नेहरू भवन कांग्रेस कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुए पुलिस ने सभी कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को कस्टडी में ले लिया।
किसानों के समर्थन में भारतीय किसान यूनियन ने गांधी पार्क व तिकोनिया पार्क में प्रदर्शन किया। गांधी पार्क का गेट खोलकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता बाहर निकल आए और सड़क पर धरना दिया। सरकार विरोधी नारे लगाए। भारतीय किसान यूनियन की महिला कार्यकर्ताओं की पुलिस से भिड़ंत हुई। बैरिकेडिंग हटाकर किसान यूनियन की महिला कार्यकर्ता सड़कों पर उतरीं।