- Mohd Zubair Qadri
बलिया प्रकरण मामले के विरोध में बदायूं के पत्रकारों ने भी बुलंद की आवाज, सौंपा ज्ञापन

यूपी बदायूं। अंग्रेजी प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में बलिया के तीन पत्रकारों की गिरफ्तारी के विरोध में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के बैनर तले पत्रकारों ने राज्यपाल के नाम सात सूत्री ज्ञापन एडीएम ऋतु पूर्णिया को सौंपा। नाराज पत्रकारों ने बलिया प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजीव सक्सेना के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में बलिया के गिरफ्तार पत्रकारों के खिलाफ मुकदमा वापस कराने व बलिया के डीएम, एसपी समेत संबंधित अधिकारियों के निलंबन की मांग की गई। कहा कि जांच होने तक इन्हें पद से हटा दिया जाए। इसके अलावा ज्ञापन में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने, मीडिया संस्थानों में कार्यरत पत्रकारों को शासन स्तर से सूचीबद्ध करने, उप्र की प्रेस मान्यता नियमावली में संशोधन कर उसमें पत्रकारों की सुरक्षा के लिए उपबंध शामिल करने, प्रदेश में पत्रकार आयोग का गठन कर उसमें मान्यता प्राप्त सभी संगठनों को प्रतिनिधित्व देने की मांग की।
कहा कि किसी प्रकरण में संलिप्त पाए जाने की दशा में राजपत्रित अधिकारी स्तर से जांच के बाद ही पत्रकार की गिरफ्तारी की जाए।
इससे पहले नाराज पत्रकारों ने बलिया डीएम व एसपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वरिष्ठ पत्रकार सुशील धींगड़ा ने कहा कि पत्रकारिता का गला घोंटने के प्रयास का पुरजोर विरोध किया जाएगा। एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष संजीव सक्सेना ने कहा कि संगठन की ओर से प्रदेश के प्रत्येक जिले में प्रदर्शन व ज्ञापन सौंपे गए हैं। जिला महामंत्री मुकेश वशिष्ठ ने कहा कि कलम के सिपाहियों का मुंह बंद करने व हाथ बांधने की कोशिश की जा रही है। ज्ञापन सौंपने वालों में मोहम्मद नईम, मुकेश वशिष्ठ, आईएम खान, सुनील मिश्रा, भारत शर्मा, चितरंजन सिंह, आकाश सक्सेना, रवि शर्मा, शिवहरि मिश्रा, विनय मिश्रा, दुर्गेश सिंह आदि पत्रकार प्रमुखता से मौजूद रहे।