
बदायूं। जिले के कुंवरगांव न्यू पीएचसी पर कहने को तो प्रसव की सुविधा का दावा किया जाता है लेकिन यहां न तो एंबुलेंस है और न ही स्टाफ तैनात रहता है। इसका खुलासा मंगलवार सुबह उस वक्त हुआ, जब एक प्रसूता को उसके परिजन ठेले पर लेटाकर पीएचसी पहुंचे तो वहां से स्टाफ नदारद था। एक दाई मौजूद थी, जिसने प्रसूता को कहीं अन्य ले जाने की बात कहते हुए वापस लौटा दिया। बाद में परिवार के लोग उसे अन्य चिकित्सक के पास ले गए।
ब्लाक सलारपुर इलाके के नंदगांव निवासी गुड्डू की पत्नी रामादेवी को मंगलवार सुबह प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने एंबुलेंस 108 पर कॉल की तो पता लगा कि कुंवरगांव न्यू पीएचसी पर कोई एंबुलेंस तैनात नहीं है। इस पर परिवार वाले प्रसूता को ठेले पर लेटाकर पीएचसी लेकर पहुंचे लेकिन यहां स्टाफ नहीं था। केवल एक दाई वहां बैठी हुई थी, उसने भी स्टाफ न होने का हवाला देते हुए प्रसूता को वहां से वापस लौटा दिया। मरता क्या न करता वाली तर्ज पर परिजन उसे लेकर किसी निजी चिकित्सक के यहां रवाना हो गए।