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  • Mohd Zubair Qadri

जिले में केंद्रों पर लग रही किसानों की लाइन, खाद के एक-एक कट्टे के लिए जद्दोजहद


यूपी बदायूं। डीएपी की किसानों को कितनी ज्यादा जरूरत है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि किसान ठंड में भी सुबह पांच बजे ही केंद्र पर लाइन में लग रहे हैं। यहां तक की महिलाएं भी घर का कामकाज छोड़कर लाइन में लग रही हैं ताकि उन्हें डीएपी मिल जाए। बुधवार को भी केंद्र पर ऐसी स्थिति देखने को मिली।


जिले में डीएपी खाद के लिए लगातार मारामारी चल रही है। घंटों लाइन में लगने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। ऐसे में निराश होकर लौटना पड़ रहा है। फिर वहीं जद्दोजहद अगले दिन भी करनी पड़ रही है। ऐसे में कई-कई दिन चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। किसानों को खाद न मिलने के कारण गेहूं की बुआई का कार्य भी प्रभावित हो रहा है। गेहूं की बुवाई से पूर्व खेत में डाली जाने वाले डीएपी खाद की कमी के चलते किसानों को परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। किसान सुबह ही खाद बिक्री केंद्रों पर पहुंच जाते हैं, लेकिन खाद न मिलने के कारण उन्हें खाली हाथ घर वापस लौटने पर मजबूर होना पड़ रहा है। हालांकि कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है डीएपी खाद की कोई कमी नहीं बता रहे हैं।


खाद का दो कट्टे लेने के लिए सुबह चार बजे मंडी के इफको सेवा केंद्र पर आकर लाइन में लग गए थे। मुझसे भी पहले भी काफी लंबी लाइन लगी हुई थी। दोपहर तक नंबर नहीं आया। मंगलवार सुबह नौ बजे करीब भी आया था। डीएपी नहीं मिल पाई थी।

उदयवीर सिंह, जगत


किसानों को डीएपी के कट्टे मिलने में बहुत दिक्कत आ रही है। सुबह लाइन में लग जाए, उसके बावजूद यह नहीं पता है कि खाद मिल पाएगी या फिर नहीं। क्योंकि यह सुबह 10 बजे स्टाफ के आने के बाद ही पता चलाता है। अगर स्टाफ नहीं आया तो यूं ही वापस लौटना पड़ता है।

विपिन, शाहपुर


जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। सभी केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में खाद है। प्राइवेट दुकानों पर भी खाद उपलब्ध है। अगर कहीं ओवररेटिंग की शिकायत आएगी तो जांच कर संबंधित व्यापारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - डीके सिंह, जिला कृषि अधिकारी

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