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  • Mohd Zubair Qadri

बदायूं राजकीय मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर लिख रहे बाहर की दवा मरीज़ खा रहे धक्के


बदायूं। जिले में स्वास्थ्य सेवाएं राजकीय मेडिकल शुरू होने के बाद भी बेहतर नहीं हो सकी हैं। राजकीय मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाएं पटरी से उतरी दिख रहीं हैं मरीज़ों को डाक्टर दवा लिख रहे है तो उन्हें दवा भी नहीं मिल पा रही है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में तैनात स्टाफ अपने अपनों को साठ गाठ से तुरंत दवा निकलवाकर दे देता है। लेकिन आम मरीज़ मेडिकल कॉलेज में सिर्फ धक्के खा रहे है।


कोविड के मद्देनजर डीएम ने शनिवार रात राजकीय मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर द्वारा बाहर से दवाएं लिखने का मामला सामने आया। साफ-सफाई व्यवस्था भी बेहद खराब मिली। साथ ही प्राचार्य और सीएमएस दोनों ही गैर हाजिर मिले। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की है। डीएम मनोज कुमार ने सीएमओ डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय के साथ राजकीय मेडिकल कॉलेज में कोविड से निपटने के लिए आइसोलेट, क्वारंटाइन वार्ड समेत सामान्य वार्डों का निरीक्षण किया लेकिन मेडिकल कॉलेज में अधिकांश व्यवस्थाएं चौपट मिली। वार्ड में गंदगी पड़ी हुई थी। साफ-सफाई व्यवस्था चौपट मिली।


जब मरीजों से दवाओं के संबंध में बात की तो उन्होंने बताया कि अधिक डाक्टर बाहर से दवाएं लिख रहे है, जो बहुत ज्यादा महंगी हैं। एक-एक दिन में डेढ़ से दो हजार की दवाएं बाहर से लेनी पड़ती है। डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए डॉक्टर से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। वहीं कहा कि बेडशीट व कंबल नियमित बदले जाए।

कॉलेज में प्राचार्य डॉ. धर्मेंद्र गुप्ता और सीएमएस डॉ. सीपी सिंह भी नदारद मिले। उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि सारी व्यवस्थाएं जल्द से जल्द चाक-चौबंद की जाएं।



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