- Mohd Zubair Qadri
गंगा एक्सप्रेस-वे कार्यालय में बंदरों का उत्पात, तोड़ा कंप्यूटर, फाड़ी फाइलें नाजिर को फटकार

यूपी बदायूं। कलैक्ट्रेट में स्थित गंगा एक्सप्रेस वे के कार्यालय में बंदरों ने जमकर उत्पात मचाया। बंदरों ने जहां कार्यालय में रखे कंप्यूटर का क्षतिग्रस्त कर दिया वही फाइलें भी फाड़ डाली। आलम ये रहा कि पूरा कार्यालय तहस नहस कर डाला।
किसी तरह से बंदरों के झुंड को भगाया। इधर मामले की जानकारी मिलने पर डीएम दीपा रंजन ने नाराजगी जाहिर करते हुए नाजिर को फटकार लगाई। इसके साथ ही उनसे जवाब तलब किया।
बंदरों के आतंक से आम जनता तो त्रस्त हैं। इस बार बंदरों ने डीएम कार्यालय में जमकर उत्पात मचाया। कलैक्ट्रेट स्थित गंगा एक्सप्रेस वे कार्यालय में टूटी खिड़की से अंदर घुसे बंदरों ने महत्वपूर्ण दस्तावेजों सहित कार्यालय के कंप्यूटर को नुकसान पहुंचाया।
बंदरों ने इस कदर उत्पात किया कि फाइलों के कागज कर्मचारियों को अंदर से बाहर तक फैले मिलें।आलम ये रहा कि पूरा आफिस तहस नहस कर डाला।
कार्यालय के अंदर झुंड देखकर हैरान रह गया स्टाफ
सुबह जब कार्यालय का ताला खोलकर कर्मचारी ने अंदर देखा तो वह हैरान रह गया। उसे कार्यालय के अंदर बंदराें का झुंड दिखाई दिया। जिसके बाद स्टाफ ने किसी तरह से बंदरों को कार्यालय के बाहर भगाया। इसके साथ ही बिखरा सामान में व्यवस्थित किया। इस मामले में डीएम दीपा रंजन ने नाजिर की जमकर फटकार लगाई। इसके साथ ही उन्हें दिशा निर्देश भी जारी किए।
इधर, संभल में घोटाला सामने आने के बाद बदायूं में जिस तरह से गंगा एक्सप्रेस-वे के कार्यालय पर रविवार को बंदरों के झुंड ने हमला कर फाइलों को तहस नहस कर दिया, उसके बाद यहां भी कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।
संभल के भूमि घोटाले का संबंध बदायूं से नहीं है। यह बात सही है कि बदायूं में गंगा एक्सप्रेस-वे के कार्यालय में रविवार को बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया था। बंदरों के हमले में काफी फाइलें तहस-नहस हो गई हैं। बदायूं में भूमि को लेकर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। काम तेजी से चल रहा है। संभल घोटाले से संबंधी किसी अधिकारी या कर्मचारी की अगर बदायूं में तैनाती है तो उसकी जानकारी की जाएगी। संतोष कुमार वैश्य, एडीएम वित्त एवं राजस्व