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  • Mohd Zubair Qadri

निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल, पहले दिन जिले में करोड़ों का कारोबार प्रभावित


यूपी बदायूं। सार्वजनिक बैंकों के निजीकरण के विरोध में राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल के पहले दिन जिले में करीब 20 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ है। दिन भर लोग बैंक में जमा एवं निकासी के लिये परेशान रहे। चेक क्लियरेंस की समस्या भी बनी रही।


बैंकों के निजीकरण के विरोध में बैंक अफसर एवं कर्मचारी धरना प्रदर्शन पर उतर आये हैं। राष्ट्रव्यापी हड़ताल का असर पूरी तरह से जिले में रहा। पीएनबी, एसबीआई, पंजाब एंड सिंध बैंक, प्रथमा बैंक समेत अन्य बैंकों की शाखाएं पूरी तरह से बंद रहीं।


सोमवार को सभी बैंकों के प्रबंधक एवं कर्मचारी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में लावेला चौक के समीप स्थित पीएनबी की मुख्य शाखा पर एकत्र हुये। यहां पर सभी बैंक कर्मियों ने निजीकरण का विरोध करते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इसके बाद सभी कर्मी जुलूस निकालते हुये जोगीपुरा स्थित एसबीआई की मुख्य शाखा पहुंचे। यहां पर भी प्रदर्शन किया। इसके बाद बैठक की। यहां यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन के अध्यक्ष राजेश वर्मा ने कहा कि बैंकों का निजीकरण करना गलत है इस निर्णय को वापस लेना चाहिये। सचिव संजय मलिक ने कहा कि बैंकों के निजीकरण का प्रभाव ग्राहकों पर भी पड़ेगा। निजीकरण हम लोगों के हित में भी नहीं है। वित्त मंत्रालय को कर्मचारियों एवं ग्राहकों के हित में सोचना चाहिये।


ये रहे मौजूद-


हड़ताल के दौरान मंजर फरशोरी, घनश्याम चौहान, रवि चौहान, रविंद्र कुमार, हरवीर सिंह, अजय कुमार, प्रकाश, हेमंत, विजय आदि हड़ताल में शमिल रहे।


आज भी रहेगी हड़ताल


बैंकों के निजीकरण के विरोध में मंगलवार 16 मार्च को भी हड़ताल रहेगी। ऐसे में दो दिन की हड़ताल में काफी कारोबार प्रभावित हो जायेगा। व्यापारियों का अनुमान है कि दो दिन का कारोबार प्रभावित होकर 50 करोड़ तक पहुंच जायेगा।


नेट बैकिंग एवं एटीएम बने सहारे


बैंकों की दो दिवसीय हड़ताल के बाद लोग पूरी तरह से नेट बैकिंग एवं एटीएम के सहारे हो गये हैं। वहीं इन दोनों में से एक भी सुविधा न होने वाले लोग धन निकासी के लिये परेशान हैं।


एटीएमों पर रही भीड़


बैंकों की हड़ताल से पूर्व सभी बैंकों ने ग्राहकों को असुविधा से बचाने के लिये कैश से फुल करा दिये थे। हड़ताल होने पर लोग कैश निकालने के लिये एटीएम सेंटरों पर लाइन में लगे देखे गये। अधिक संख्या में लोगों के द्वारा निकासी के चलते अधिकांश एटीएम शाम तक खाली हो गये। ऐसे में लोगों को मंगलवार को कैश की किल्लत से जूझना होगा।


फैक्ट फाइल-------------


जिले में कुल बैंक-50


जिले में कुल एटीएम-120


राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन जिले की सभी बैंकें बंद रहीं। बैंक अफसरों एवं कर्मियों ने एकजुटता का परिचय दिया। वित्त मंत्रालय को निजीकरण का निर्णय बदलने की जरूरत है। हम लोगों की मांग पूरी नहीं हुयी तो आगे भी राष्ट्रीय स्तर के आह्वन पर बैंकों के निजीकरण का विरोध करेंगे। हड़ताल के चलते पहले दिन करीब 20 करोड़ का लेनदेन प्रभावित हुआ है।


राजेश वर्मा, अध्यक्ष बदायूं यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंकिंग यूनियन

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