- Mohd Zubair Qadri
पोस्टमार्टम में खुलासा, प्राइवेट पार्ट में डाली रॉड और पैर भी तोड़ा, दो गिरफ्तार मुख्य आरोपी पुजारी

यूपी। प्रदेश के बदायूं जिले के उघैती इलाके में रविवार रात एक धर्मस्थल में महिला की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म किया बल्कि उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाल दी, जिससे उसका आंतरिक हिस्सा तक फट गया।
आरोपियों ने महिला का एक पैर और एक पसली तोड़ दी थी। उसके शरीर का सारा खून बह जाने से उसकी मौत हुई। अब उघैती पुलिस ने धर्मस्थल के पुजारी सत्यनारायण दास, मेवली निवासी वेदराम और यशपाल के खिलाफ हत्या व दुष्कर्म के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है। फिलहाल, दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। थाना पुलिस ने मामले को हादसे का रूप देने की कोशिश की थी।
एफआईआर के मुताबिक महिला रविवार शाम धर्मस्थल पहुंची थी। सात घंटे बाद यानी रात 12 बजे पुजारी सत्यनारायण दास, वेदराम और यशपाल उसे अर्द्धनग्न हालत में घर के बाहर फेंक गए। उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। उसका एक पैर टूटा हुआ था। परिजनों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस सोमवार दोपहर तक मौके पर नहीं पहुंची।
मंगलवार दोपहर बाद महिला के शव का पैनल में पोस्टमार्टम कराया गया। महिला के शव की हालत देखकर खुद चिकित्सक तक हैरान रह गए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। उसके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई, जिससे अंदरूनी हिस्सा फट गया। उसकी बाईं सातवीं पसली टूटी हुई मिलीं और बायां फेफड़ा भी फटा हुआ था। इसके अलावा उसका बायां पैर टूटा हुआ मिला है जो महिला के साथ हुई हैवानियत की कहानी बयां कर रहे थे।
बदायूं एसएसपी ने बताया कि महिला की मौत के मामले में हत्या और दुष्कर्म आरोप में एफआईआर दर्ज की है। इस मामले में इंस्पेक्टर की लापरवाही सामने आई है। हम उसके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
थानाध्यक्ष ने दूसरी ही कहानी गढ़ी
बता दें कि महिला अपने गांव से दूसरे गांव में स्थित एक मंदिर में पूजा करने गई थी. रविवार की रात पुजारी और दो अन्य लोग महिला को लहूलुहान हालत में उसके घर पर छोड़ कर फरार हो गए थे. इसके बाद गंभीर रूप से घायल महिला की मौत हो गई थी. महिला के प्राइवेट पार्ट से खून निकलता हुआ देख परिजनों ने गैंगरेप का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगाई थी. आरोप है कि थानाध्यक्ष ने मामले को दूसरा मोड़ देने की कोशिश की. थानाध्यक्ष ने मौत को एक हादसा बताया और कहानी गढ़ी कि महिला की मौत कुएं में गिरने से हुई. लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुएं में गिरने का कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिला. इसके बाद एसएसपी संकल्प शर्मा ने थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया।