- Mohd Zubair Qadri
बदायूं की जनता का सवाल, भयंकर गर्मी में क्यों बुरी तरह चरमराई हुई है बिजली सप्लाई

यूपी। बदायूं जिले में शहर से लेकर देहात तक भीषड़ गर्मी में बुरी तरह चरमराई हुई है बिजली सप्लाई व्यवस्था जिससे लोगों का जीना मुहाल हो गया है। इंदिरा चौक से कश्मीरी चौक तक लाइनें शिफ्टिंग का काम शहर के लोगों के जी का जंजाल बन गया। भीषण गर्मी के दौर में बुधवार और गुरुवार को भी अघोषित कटौती से हर तबका परेशान हो उठा। उस पर भी शाम को बिजली लगी लेकिन देर रात तक ट्रिपिंग का दौर जारी रहा, गर्मी से परेशान लोग बिलबिला उठे। पॉवर कारपोरेशन की इस कार्यप्रणाली से व्यापारी से लेकर आम आदमी और नौकरीपेशा पूरे दिन जिम्मेदारों को कोसते दिखे।
शहर में लाइनें शिफ्टिंग का काम कई महीने से अधर में अटका हुआ था। सौंदर्यीकरण के लिए प्रशासन द्वारा यह फैसला लेने के साथ ही पॉवर कारपोरेशन को इस काम के लिए चार महीने पहले ही बजट भी जारी कर दिया गया था। ताकि सर्दियों में अगर लाइनें शिफ्टिंग के लिए कटौती होगी भी तो आम आदमी को ज्यादा परेशानी नहीं होगी लेकिन जिम्मेदारों ने यह प्रक्रिया बुधवार को भीषण गर्मी के बीच पूरी की।
ये था कटौती का निर्धारित वक्त
बिजली कटौती के लिए सुबह नौ से शाम चार बजे तक शहर के पनबड़िया, कोतवाली, कचहरी, ढाक वाली ज्यारत समेत मीरा सराय फीडरों की सप्लाई बंद कर दी गई थी। नतीजतन शहर समेत आसपास इलाके के गांवों में भी बिजली नहीं मिल सकी और सिंचाई काम काम भी प्रभावित हुआ।
सेपरेट फीडर को भी नहीं मिली सप्लाई
जिला अस्पताल व जिला महिला अस्पताल को कहने को तो सेपरेट फीडर दिया गया है, ताकि यहां 24 घंटे बिजली मिल सके लेकिन बुधवार को अस्पतालों को भी सप्लाई नहीं मिल सकी। जेनरेटर से जरूरी काम तो निपट गए लेकिन भर्ती मरीजों को बिजली की सहूलियत नहीं मिल सकी। गर्मी में मरीज परेशान देखे गए।
जेनरेटर चले तो घुटने लगा दाम
बाजार में फोटो स्टेट की दुकानों, होटलों समेत रेस्टोरेंट आदि प्रतिष्ठानों पर सुबह से शाम तक जेनरेटर के जरिए सप्लाई ली गई। भीषण गर्मी में इन जेनरेटरों का धुआं निकलने के कारण लोगों का दम घुटने लगा।
अखर गई दो घंटे की कटौती
शाम चार बजे बिजली सप्लाई जोड़ी जाना थी लेकिन छह बजे तक सप्लाई नहीं लग सकी। जबकि इस बीच जिम्मेदारों ने अपने फोन भी स्विच ऑफ कर लिए। ऐसे में लोगों को यह पता नहीं लग पा रहा था कि आखिरकार दिक्कत कहां है। जबकि दो घंटे बाद बिजली लगी भी तो हर 10 से 15 मिनट पर ट्रिपिंग होने लगी। इसकी वजह भी पता लगाने की कोशिश में लोग जुटे लेकिन अफसरों ने मोबाइल ऑन ही नहीं किए।
निर्धारित समय पर कुछ काम अधूरा रह गया था। उसे पूरा करना जरूरी था, इसलिए बिजली सुचारू करने में देरी हो गई। अब सप्लाई मेंटेन है। कहीं ट्रिपिंग की समस्या आ भी रही होगी तो लोकल फाल्ट आया होगा।
दीपक कुमार, अधीक्षण अभियंता