- Mohd Zubair Qadri
बदायूं राजकीय मेडिकल कॉलेज की ओपीडी का रजिस्ट्रेशन अब आभा एप घर बैठे शुरू

बदायूं। राजकीय मेडिकल कॉलेज की ओपीडी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए मरीजों या उनके तीमारदारों को घंटों लाइन में लगना पड़ता है, जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है। मरीजों की सहूलियत के लिए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने आभा एप शुरू किया है। इस एप के जरिए कोई भी घर बैठे ही ओपीडी का रजिस्ट्रेशन कर सकता है।
राजकीय मेडिकल कॉलेज में अब अव्यवस्थाओं में सुधार होने लगा है। मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी पूरी करने के लिए नए प्राचार्य डॉ. एनसी प्रजापति ने प्रयास शुरू कर दिए हैं तो कॉलेज में मरीजों की सहूलियतों का भी ध्यान रखा जाने लगा है। इसी क्रम में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने अब ओपीडी का रजिस्ट्रेशन घर बैठे करने के लिए आभा एप्लीकेशन तैयार की है, ताकि मरीजों को अब इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में लाइन न लगानी पड़े। अब तक मरीज और उनके तीमारदार सुबह से ही लाइन में लग जाते थे और घंटों के बाद उनका नंबर ओपीडी के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में आता था। इस तरह से कई मरीजों को समय के अभाव में इलाज भी नहीं मिल पाता था। एप से अब इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
इस तरह से कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
मरीज या फिर उनके तीमारदार को अपने मोबाइल के प्ले स्टोर में जाकर आभा एप डाउनलोड करना पड़ेगा। इस एप के डाउनलोड करने के बाद आभा आईडी बनानी होगी। इसके बाद एप में मरीज का नाम, पता, मोबाइल नंबर सभी जानकारी दर्ज करने के बाद मरीज को टोकन नंबर मिल जाएगा। उसमें समय भी लिखा होगा कि वह किस समय मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में जाकर डॉक्टर को दिखा सकते हैं।
मेडिकल कॉलेज में चस्पा किए गए क्यूआर कोड, आभा काउंटर खुला
राजकीय मेडिकल कॉलेज में जगह-जगह क्यूआर कोड चस्पा किए गए हैं। इन क्यूआर कोड को स्कैन करने पर एप खुल जाएगा। इसके बाद कोई भी मरीज का नाम, पता और बीमारी के कॉलम को भर सकता है। कॉलम पूरे होने के बाद भी तुरंत टोकन नंबर मिल जाएगा। वहीं राजकीय मेडिकल कॉलेज में मरीजों की सहूलियत के लिए आभा काउंटर भी खोला गया है। उसमें अलग से स्टाफ की तैनाती की गई है। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद जो टोकन नंबर मिलेगा वह नंबर आभा काउंटर पर बताना होगा, इसके बाद तुरंत ओपीडी का पर्चा संबंधित मरीज को मिल जाएगा।
मरीजों की समस्या को देखते हुए आभा एप शुरू किया गया है, ताकि मरीज उसके सहारे घर बैठे ही अपना ओपीडी के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकें। अब उनको ओपीडी की लाइन में लगना नहीं पड़ेगा। वह टोकन नंबर लेकर आएंगे और उनको तुरंत ओपीडी का पर्चा मिल जाएगा।
डॉ. एनसी प्रजापति, प्राचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज

