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  • Mohd Zubair Qadri

समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत, शिकायती पत्र डीएम को दिया


यूपी बदायूं। समाज कल्याण विभाग में भ्रष्टाचार की जड़ें मजबूत हैं। अधिकारियों से लेकर बाबुओं तक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे हैं। लंबे समय से जड़े जमाये बाबू तो मनमानी चला रहे हैं और रिश्वत न देने पर पेंशन और शादी अनुदान के आवेदनों को निरस्त कर रहे हैं। मामले की शिकायत डीएम और सीडीओ से की गयी। जिसमें बाबू पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगाये हैं।


गुरुवार को वजीरगंज ब्लाक के गांव निवासी ने शिकायती पत्र डीएम दीपा रंजन को दिया है। जिसमें जिला समाज कल्याण विभाग पर भ्रष्टाचार के आरोप सीधे लगाये हैं। शिकायत के अनुसार लपेटे में समाज कल्याण अधिकारी को भी लिया है। कहा, जून महीने में मुख्यमंत्री विवाह योजना की फाइल लेकर जिला समाज कल्याण अधिकारी के पास गये तो उन्होंने लिपिक के पास भेज दिया।


उन्होंने रख ली और जांच की बात कही, जिसके बाद सुविधा शुल्क एक हजार की डिमांड की। सुविधा शुल्क न दिया तो कुछ दिन बाद फाइल निरस्त कर दी। आरोप है कि इससे पहले पेंशन को लेकर उपलब्ध कराये गये कागजात रिश्वत न देने पर उक्त बाबू कागज ही खो चुके हैं। बाबू यहां पर 20 वर्ष से तैनात हैं।


बाबू लंबे समय से तैनात हैं यह बात ठीक है लेकिन भ्रष्टाचार जैसे आरोप लगाना गलत है। ऐसा कोई मामला नहीं है। ये व्यक्ति बाबू की शिकायत अभी से नहीं लंबे समय से प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक भी कर चुका है। बार-बार जांच करा चुके हैं।


रामजनम, जिला समाज कल्याण अधिकारी


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