- Mohd Zubair Qadri
निकाय चुनाव में बिरादरी के नाम पर शहर के लोगों को हुई आपस में बांटने की साजिश नाकाम

बदायूं। अभी हाल ही में हुए निकाय चुनाव के दौरन बिरादरी के नाम पर शहर के लोगों को हुई आपस में बांटने की साजिश लेकिन लोगों ने इस साजिश को नाकाम धाराशाई कर दिया है। सदर नगर पालिका से सपा द्वारा किसी को भी टिकट नहीं देना लोगों ने यह अंदाज़ा लगा लिया कि पार्टी ने किसी एक को सिंवल क्यों नहीं दिया। आपस में यह चर्चाएं आम रही लेकिन लोगों ने अपनी सूझबूझ से एक मत होकर डटकर निर्दलीय पत्याशी पूर्व मंत्री आबिद रज़ा की पत्नी पर भरोसा जताया शहर की जनता ने यह आकलन कर लिया था कि अगर हम आपस में वटे तो शहर के लिए नुकसान साबित होगा।
लोगों का कहना है कि जाति-धर्म बिरादरी के नाम पर लोगों को बांटने की होती है साजिश बड़े ओहदेदारों के पांच साल भाई को भाई से लड़ाने व धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करने में बीत गए। विकास कराने के नाम पर राजनेताओं के हाथों में कुछ नहीं है। लोगों ने ऐसे विघटनकारी ताकतों को वोट की चोट से जवाब देने का काम किया है सर्व धर्म व सर्व समाज आम गरीब आदमी ही सर्वोपरि होना चाहिए।
क्या कहती हे जीत के बाद फात्मा रज़ा
मेरी जीत का सारा श्रेय शहर की जनता को जाता है। ये केवल मेरी जीत नहीं पूरे शहर की जनता की जीत है। जनता ने अपना प्यार और विश्वास मुझ पर जताया है, जिसकी वह आभारी हैँ। सभी लोग अपने तरीके से चुनाव लड़े हैं और सबको लड़ने का अधिकारी भी है। अब आपको पूरा बदायूं नया देखने को मिलेगा। सभी वायदे पूरे किए जाएंगे।