- Mohd Zubair Qadri
सावन के दूसरे सोमवार के लिए जलाभिषेक करने को दूर दराज से कांवड़ियों का आवागमन

बदायूं। सावन के दूसरे सोमवार को जलाभिषेक करने को दूर दराज के कांवड़ियों का भागीरथ घाट कछला पर आना और गंगा जल भरकर रवाना होना शुरू हो गया है। गुरुवार को लखीमपुर, पीलीभीत के कांवड़ियों के सैकड़ों की संख्या में जत्थे कछला से पैदल जल लेकर रवाना हुए। कांवड़िया डीजे की धुन पर हर-हर बम-बम बोलते और झूमते हुए चल रहे थे।
लखीमपुर खीरी से आए कांवड़ियों के जत्थेदार में उनके साथ भंडारी है, वह रास्ते में निर्धारित स्थान पर कांवड़ को विश्राम देकर भोजन प्रसाद ग्रहण करेंगे। कांवड़ यात्रा के दौरान किसी का दिया हुआ प्रसाद नहीं पाएंगे। वह पांच दिन की पैदल यात्रा कर खीरी के गोला गोकर्णनाथ सिद्ध मंदिर पर सावन के दूसरे सोमवार को भगवान भोले का जलाभिषेक करेंगे। इसी के साथ पीलीभीत और बीसलपुर से कांवड़ियो के जत्थे बुधवार को कछला जल लेने पहुंचने शुरु हो गए। जिनके जत्थे गुरुवार की सुबह गंगा स्नान कर जल लेकर हर हर बम-बम की गूंज के साथ पैदल रवाना हो रहे हैं।
काली सड़क पर रोके चार पहिया वाहन
गुरुवार को कांवड़ियों के जत्थे कछला से आने शुरु होते ही पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया। कछला के भागीरथ घाट से बदायूं तक हाईवे पर पुलिस अलर्ट है। शहर के लालपुल तिराहे से लेकर काली सड़क बिरूआबाड़ी मंदिर तक का मार्ग चार पहिया वाहनों को उस समय रोकना शुरू कर दिया जब यहां से कांवड़ियों के जत्थे रवाना होते हैं। पथिक चौक पर बैरीकेडिंग लगा दी है।