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  • Mohd Zubair Qadri

जुलूस-ए-मोहम्मदी में लंगर की न कदरी हरगिज़ नहीं हो, मोहम्मद अतीफ मियां क़ादरी


बदायूं। शहर में ग्यारह दिवसीय जश्ने मोहसिने कायनात का सातवा जलसा शहीदे बगदाद वेलफेयर फाउंडेशन ट्रस्ट के ज़ेरे एहतिमाम लालपुल एक हाल में आयोजित हुआ जिसमे सज्जादा नशीन क़ाज़ी ए जिला अब्दुल गनी मोहम्मद अतीफ मियां क़ादरी ने खुसूसी तकरीर पेश की उन्होंने कहा जलसे करने का अस्ल मकसद लोगों की इस्लाह दिलों में मोहब्बते रसूल बढ़ाना है जिससे बुरे कामों से बचा जाये। पैगंबर ए इस्लाम मोहम्मद साहब के बताये हुए रास्ते पर चला जाये उन्होंने कहा, नबीए करीम का जश्न मानाना सआदत यह उनकी आमद का जश्न है जिससे पहले दुनिया गुमराहीअत में थी हर तरफ जहालत का दौर था नबीए करीम के आने से ख़राब माहौल ख़त्म हुआ। इसलिए अब हमें अपने आप को बदलना होगा पड़ोसियों के साथ अच्छा सुलूक नेक काम गरीबों कमतर लोगों की मदद हराम काम से बचना अच्छा काम करे नमाज़ की पावंदी कुरआन की तिलावत के लिए कमरव्स्ता होना ही होगा।


आज भी हो जो ब्राहीम का ईमाँ पैदा, आग कर सकती है अंदाज़-ए-गुलिस्ताँ पैदा।

अल्लाह और रसूल से ताल्लुक मज़बूत करे।

रबीउल अव्वल शरीफ के जुलूस-ए-मोहम्मदी में लंगर जाया न करे अदब से हाथो में दे पैरों में हरगिज़ न फेका जाये रिज़्क़ की न कदरी करना नबीए करीम मना किया इस लिए कोई ऐसा काम न किया जाये अल्लाह और नबीए करीम नाराज़ हो क़यामत के दिन एक एक दाने का हिसाब होगा।


इस अवसर पर मोहम्मद अज़्ज़ाम मिया कादरी, मौलाना खालिद, तनवीर, और उलमा समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

Mohammad Zubair Qadri



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