
यूपी। बदायूं में उर्स आलिमे रब्बानी व शहीदे बग़दाद कांफ्रेंस का कल बुधवार चार मार्च को शहीदे बग़दाद, आलिमे रब्बानी हज़रत अल्लामा शैख़ उसैदुल हक़ मोहम्मद आसिम क़ादरी अलैहिर्रहमा का छठा सालाना उर्स हर साल की तरह इस साल भी तज़्को-एहत्यिााम के साथ 4 मार्च 2020 को दरगाह क़ादरी बदायूं में मुन्अक़िद हो रहा है। दिन में उर्स की महफ़िल ताजदारे अहले सुन्नत, महबूबे ग़ौसे आज़म हज़रत शैख़ अब्दुल हमीद मोहम्मद सलेमुल क़ादरी की सदारत व सरपरस्ती में मुन्अक़िद होगी। बाद नमाज़े ईशा रात में बमुक़ाम अलहम्द मैरिज लाॅन, अज़ीमुश्शान कान्फ्रेंस का एनिकात होगा जिसकी सदारत व सरपरस्ती ताजदारे अहले सुन्नत फ़रमायेंगे और मुक़र्रिर शीरीं मिक़ाल हज़रत मौलाना सईद अख़्तर साहब भोजपुरी का ख़ुसूसी ख़िताब होगा।जानशीने शहीदे बग़दाद हज़रत अल्लामा व मौलाना अतीफ़ मियाँ क़ादरी वलीअहद ख़ानक़ाहे आलिया क़ादरिया, बदायूं शरीफ़ , तर्जुमाने क़ादरियत हज़रत हाफ़िज़ व क़ारी अब्दुल क़य्यूम क़ादरी ‘राजी’, फ़ाज़िले उलूमे इस्लामिया हज़रत अल्लामा व मौलाना अज़्ज़ाम मियाँ क़ादरी नाज़िमे तालीमात जामिया
क़ादरिया, बदायूँ शरीफ़ बतौर ख़ास इस कान्फ्रेंस में शिरकत करेंगे
वाज़ेह रहे कि शहीदे बग़दाद, आलिमे रब्बानी हज़रत शैख़ उसैदुल हक़ मोहम्मद आसिम क़ादरी अलैहिर्रहमा की मार्च 2014 में बग़दाद शरीफ़ में शहादत और अहाता दरगाहे ग़ौसुल- आज़म में तदफ़ीन के बाद हर साल यौमे शहादत के मौक़े पर महफ़िले उर्स और मजलिसे फ़ातिहा का इन्इक़ाद किया जाता है, और उसी दिन शाम में बाद नमाज़े इ्शा शहीदे बग़दाद वेलफ़ेयर ट्रस्ट के ज़ेरे एहतिमाम हज़रत शहीदे बग़दाद की अज़ीमुश्शान दीनी व इल्मी खिदमात को ख़िराजे तहसीन पेश करने और उनके इल्मी व फ़िक्री ख़िदमात को आम करने के लिये बड़े एहतिमाम और हुस्ने इन्तिज़ाम से 'शहीदे बग़दाद कान्फ्रेंस’ के नाम से जल्से का एहतिमाम होता है। जिसमें बदायूं के क़ुर्बो-जवार और हिन्दुस्तान के मुख़्तलिफ़ अतराफ़ से अहले अक़ीदत और वाबस्तगाने सिलसिला शिरकत करते हैं और दरगाहे क़ादरी में आराम फ़रमा क़ादरी बुज़ुर्गों के फ़ुयूज़े रूहानी से दामने मुराद को भर कर अपने घरों को रुख़्सत होते हैं।