- Mohd Zubair Qadri
बदायूं में सादगी से किया निकाह, लड़की पक्ष के लोगों का नहीं कराया एक रुपया खर्च

यूपी बदायूं। जिले में अच्छी और सराहनीय पहल शादी में होने वाली फिजुलखर्ची रोकने के लिए मंचों पर बातें तो बहुत होती हैं, लेकिन वास्तविकता में ऐसा कम ही लोग करते हैं। नगर पंचायत के वार्ड संख्या सात निवासी एमडी राशिद ने यह पहल की। सिर्फ पांच बरातियों को लेकर पहुंचे और बिना दहेज के निकाह किया।
मोहम्मद अली सैफी के पुत्र एमडी राशिद बिना किसी बैंडबाजे के बिना सिर्फ पांच बरातियों को लेकर इस्लामनगर निवासी निसार अहमद सैफी की पुत्री निदा सैफी से निकाह करने पहुंचे। दुल्हन पक्ष से किसी तरह का खर्च नहीं कराया गया। सादगी के साथ बिना दहेज के निकाह की रस्म अदा की गई।
लड़की के पिता बोले- दहेज के लिए बेटियों की हत्या नहीं होगी
समाज सेवा में हमेशा तत्पर रहने वाले राशिद ने बताया कि वे समाज को एक संदेश देना चाहते थे कि बिना दहेज के भी शादी हो सकती है। राशिद अली सैफी के ससुर निसार अहमद सैफी ने कहा कि वे सौभाग्यशाली हैं, उन्हें उम्मीद है कि उनकी बेटी निदा सैफी इस परिवार में हमेशा खुश रहेगी।
अगर समाज मे इसी तरह सभी लोग हो जाये तो कभी दहेज की खातिर किसी की बेटी को मारा नहीं जाएगा। किसी की बेटी को दहेज की खातिर घर से निकाला नहीं जाएगा और किसी बेटी के माता-पिता को दहेज की मांग पूरा करने पर खुद को मौत के हवाले न करना पड़ेगा।