- Mohd Zubair Qadri
मरीज की मौत बाद जिला अस्पताल से भटकने के बाद ई-रिक्शा में डालकर ले गये शव

यूपी बदायूं। सरकारी व्यवस्था की बेरुखी से एक बार फिर जिला अस्पताल प्रशासन का अमानवीय चेहरा सामने आया। सोमवार दोपहर वक्त जिंगदी से हारे एक व्यक्ति का शव उसके परिजन ई-रिक्शा में खुले में हाथों में थमकर ले गये। जिसने स्वास्थ्य विभाग को कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। मरीज के परिजन शव को शव वाहन से घर ले जाने के लिये करीब एक घंटे तक भकटते रहे, लेकिन उन्हें वाहन उपलब्ध नहीं हो सका। विवशता से हरे परिजन बाद में ई-रिक्शा में ही डालकर शव को घर ले गये।
शहर क्षेत्र के मोहल्ला शिवपुरम के रमेश पुत्र शिव चरण का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा था। वह बीमार थे। सोमवार दोपहर के वक्त उनकी इलाज के दौरान मौत हो गयी। जिससे परिजनों में चीख पुकार मच गयी। परिजन रमेश के शव को घर ले जाने के लिये अस्पताल में तैनात कर्मचारियों से शव वाहन उपलब्ध कराने की मांग करते रहे, लेकिन कर्मचारी उन्हें टाल मटोल करते रहे। बाद में इमरजेंसी के बाहर खड़ी शव वाहन के चालक से मरीज के परिजनों ने गुहार लगायी। बावजूद शव वाहन के चालक ने परिजनों की बात को अनसुना कर दिया और बहानेबाजी करते हुये वहां से खिसक कर लिया। थकहार कर मृतक के परिजनों ने जिला अस्पताल के बाहर से ई-रिक्शा बुलाया और शव को उसमें डालकर घर तक ले गये। इस विवशता का सोशल मीडिया पर वीडियो भी वारयल हो रहा है। इससे पूर्व में भी कई बार इस तरह के मामले सामने आ चुके है। जिसमें एक व्यक्ति अपनी पत्नी की लाश को कंधे पर लादकर ले गया था। इस घटना के बाद जिला अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालों के कठघरे में खड़ा कर दिया।