- Mohd Zubair Qadri
सर्द रात में ठिठुर रहे तीमारदार, रैनबसेरा खुलने का इंतजार शुलभ शौचालय तक में पड़ा ताला

यूपी बदायूं। सर्दी में मरीजों और तीमारदारों के बीच रात्रि को कंपकपाहट शुरू हो गयी है। रात्रि के समय न मरीजों को चैन है नहीं तीमारदारों को सकून। रात के समय ठिठुरते हुये गुजर रहा है। जिला अस्पताल प्रशासन ने ठंड को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया है। यहां तक कि रैनबसेरा से ताला तक नहीं खोला गया है।
जिला पुरुष अस्पताल में मरीजों के साथ रहने वाले तीमारदारों के ठहरने के लिये व्यवस्था तो है। यहां रैनबसेरा तो दूर की बात शुलभ शौचालय तक में ताला लगा हुआ है। इसकी वजह से मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को ठहरने की व्यवस्था नहीं हैं। मरीजों के तीमारदार मरीजों के पास रात को घुसते हैं तो नर्स सहित वार्ड के स्टाफ से नोकझोंक हो रही है। दूरदराज से आकर इलाज कराने वाले तीमारदारों को दिक्कत हो रही है।
वार्डों में घुसे रहते तीमारदार
वार्डों में वैसे ही जगह नहीं है लेकिन सर्दी के मौसम में तीमारदार वार्डों में ही घुसे रहते हैं। तीमारदाारों के लिये अलग से कोई व्यवस्था नहीं है इसलिये वार्डों में रहना मजबूरी है। इससे मरीजों को दिक्कत होती है लेकिन सीएमएस द्वारा इस पर गौर नहीं किया जा रहा है। तीमारदारों को रैन बसेरा नहीं खोला जा रहा है।
अलाव की भी नहीं व्यवस्था
जिला अस्पताल में अलाव की भी व्यवस्था नहीं है। अभी तक जिला प्रशासन और नगर पालिका ने अलाव को लकड़ी नहीं दी है तो जिला अस्पताल ने अपने पास से भी व्यवस्था नहीं की है। इसकी वजह से रात्रि के समय अलााव नहीं जल पा रहे हैं। इससे इमरजेंसी के बाहर तीमारदार और तमाम लोग ठिठुरते रहते हैं। मगर यहां अलाव का भी सहारा नहीं मिल पा रहा है।
सर्दी के मौसम को लेकर दोनों सीएमएस और देहात के अस्पतालों के एमओआईसी को तीमारदारों को ठहरने के लिये रैनबसेरा की व्यवस्था करने को कहा है। अगर अभी तक जिला अस्पताल में नहीं खुले हैं, तो रैनबसेरा को खुलवाते हैं।
दीपा रंजन, डीएम