
यूपी बदायूं। प्रदेश के बदायूं जिले में उझानी कोतवाली में दिन दहाड़े गोली चलने से हड़कंप मच गया। 10 की जगह की जगह तीन दिन की छुट्टी मिलने से नाराज सिपाही ने एके-47 से पहले एसएसआई पर फायर कर दिया। इसके बाद खुद को भी गोली मार ली। कोतवाली में अचानक हुए इस घटनाक्रम में स्टाफ को जहां जगह मिली वह वहीं जान बचाने को छिप गए। गोली लगने के बाद एसएसआई और सिपाही को तुरंत जिला अस्पताल लाया गया, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद से दोनों को बरेली के मिशन अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। सूचना पर जिलाधिकारी सहित पुलिस अफसर जिला अस्पताल पहुंचे। उझानी कोतवाली गोलीकांड में सिपाही पर 307 का मुकदमा दर्ज, डीआईजी राजेश कुमार पांडे पहुंचे उझानी जाना हालचाल।
बताया जाता है कि उझानी कोतवाली में पदस्थ सिपाही ललित घर जाने को 10 दिन का अवकाश मांग रहा था। उसे तीन दिन का अवकाश दिया गया। इसी बात को लेकर वह नाराज था। शुक्रवार सुबह वह कोतवाली पहुंचा जहां प्रभारी कोतवाल एसएसआई रामौतार से अवकाश को लेकर कहासुनी हो गई। इसी बीच सिपाही ने कंधे पर टंगी एके-47 को उताकर एसएसआई पर फायर कर दिया। उसके बाद सिपाही ने खुद को भी गोली मार ली।
एसएसआई को दोनों पैरों में गोली लगी जबकि सिपाही के कंधे पर लगी। डीएम ने बताया कि अवकाश को लेकर कोतवाली में कहासुनी हुयी थी, सिपाही का चार दिन का अवकाश मंजूर हुआ था लेकिन वह ज्यादा दिनों का अवकाश मांग रहा था। कोतवाली के इंस्पेक्टर ओमकार सिंह कोरोना पीड़ति होने के चलते चार्ज एसएसआई पर था। दोनों घायलों को मिशन अस्पताल बरेली रेफर कर दिया गया है। मामले के जांच के आदेश दे दिये हैं।
छुट्टी को लेकर सिपाही का कोतवाल से भी हो चुका है विवाद
बदायूं जिले के उझानी कोतवाली में शुक्रवार सुबह जो हुआ उससे पुलिस विभाग में हड़कंच मचा है। मन मुताबिक छुट्टी न मिलने से नाराज सिपाही ने दरोगा पर कोतवाली में फायर की सूचना से दहशत फैल गई है। बताते हैं कि सिपाही ललित का पहले भी छुट्टी को लेकर विवाद हो चुका है। इससे पहले कोतवाल ओमकार सिंह से भी सिपाही की छुट्टी को लेकर विवाद हुआ था, जिस पर कोतवाल ने सिपाही को जमकर लताड़ लगाई थी। इसके बाद वह एसएसआई रामौतार को चार्ज देकर छुट्टी पर गए थे।