- Mohd Zubair Qadri
हिंदुलवली हज़रत ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के 811वें उर्स की रौनक, तैयारियों में जुटा प्रशासन

खबर देश। राजस्थान के अजमेर में स्थित विश्व प्रसिद्ध गरीब नवाज हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती का 811 वां सालाना उर्स का झंडा रजब का पाक महीना शुरू होते ही 23 जनबरी को दरगाह के ब़ुलंद दरवाजे पर पारम्परिक रूप से भीलवाड़ा के गौरी परिवार के सदस्यों की ओर से चढ़ाया जाएगा। इसी के साथ अजमेर वाले सूफी संत गरीब नवाज ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के सालाना उर्स की औपचारिक शुरूआत हो जाएगी उर्स को लेकर अभी से अजमेर में जायरीनों की रौनक देखी जा रही है।
मजार पर अदा होगी गुस्ल की रस्म
उर्स का विधिवत प्रारम्भ रजब का चांद दिखाई देने पर 22 जनवरी 23 की रात से होगा। ख्वाजा साहब की मजार पर गुस्ल की रस्म अदा होगी और महफिल खाने में उर्स की महफिल सजेगी। इसी के साथ ही जन्नती दरवाजा खोला जाएगा। चाँद की छह रजब 29 जनवरी को होगा कुल देश व दुनिया भर में अकीदत से अपने अपने घरों में उर्स ख्वाजा साहब की छटी शरीफ मानते है गुलामाने गरीव नवाज़।
बड़ी हजारों की तादात में जायरीनों के पहुंचने की संभावना
ख्वाजा साहब के उर्स में इस बार लाखों जायरीन के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। पिछले दो-तीन साल से कोरोना महामारी के चलते अर्थव्यवस्था की मंदी और पारिवारिक परेशानियों के रहते ख्वाजा साहब में आस्था रखने वाले यहां हाजिरी के लिए नहीं पहुंच पाए थे। इस बार स्थितियों सामान्य से अच्छी रहने की स्थिति में लोगों ने पहुंचने की सूचनाएं साझा कर होटल धर्मशालाओं में आवश्यक बुकिंग भी करवा ली है। यूपी के बदायूं से भी काज़ी ए जिला के नेतृत्व में उर्स में पहुंचेंगे ज़ायरीन।
देश भर से आती हैं चादर
विश्व प्रसिद्ध उर्स में झंडा चढ़ाने की रस्म बरसों पुरानी है। गरीब नवाज के उर्स मेले में झंडा चढ़ाने की रस्म भीलवाड़ा के लाल मोहम्मद गौरी के पोते फखरुद्दीन गौरी व सैयद मारूफ अहमद साहब की सदारत में अदा की जाएगी। उर्स के दौरान कई देशों से ख्वाजा की मजार पर चादर लाई जाती है। पाकिस्तान का जत्था भी चादर लेकर अजमेर पहुंचता है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व अन्य नेता भी अपनी तरफ से चादर भेजते हैं।