- Mohd Zubair Qadri
उर्से शहीदे बग़दाद मनाया, बदायूं को है शैख़ उसैदुल हक़ मोहम्मद आसिम क़ादरी जैसे आलिमे रब्बानी की ज़रूरत

यूपी खबर। बदायूं शहर में खानकाहे क़ादरिया में अदबों एहतिराम से मनाया गया उर्से शहीदे बग़दाद कोरोना वायरस की महामारी के चलते कोविड-19 गाइडलाइंस का पालन करते हुए कुछ ही ज़ायरीनों ने शिरकत की मुल्क की सलामती अमन भाईचारा कायम रहे कोरोना महामारी का दुनिया से खात्मे की दुआ ताजदारे अहले सुन्नत मोहम्मद सालेमुल क़ादरी ने फ़रमाई शहीदे बग़दाद, आलिमे रब्बानी हज़रत अल्लामा शैख़ उसैदुल हक़ मोहम्मद आसिम क़ादरी अलैहिर्रहमा का सालाना उर्स एहतिराम के साथ मनाया गया महफ़िल खानकाहे क़ादरिया सुबह शहीद महल में ताजदारे अहले सुन्नत, महबूबे ग़ौसे आज़म हज़रत शैख़ अब्दुल हमीद मुहम्मद सालिम क़ादरी की सदारत व सरपरस्ती में मुन्अक़िद की गई। इस मौके पर हज़रत अल्लामा मोहम्मद अतीफ मियां क़ादरी, अब्दुल क़यूम क़ादरी मौजूद रहे।
उर्से शहीदे बग़दाद के मौके पर लोगों ने कहा आज इस पुरफ़ितन दौर में बदायूं हो या पूरी दुनिया को शैख़ उसैदुल हक़ मोहम्मद आसिम क़ादरी जैसे सच्चे अमलदार और कौम की हर लम्हा फ़िक्र करने वाले आलिमे रब्बानी की ज़रूरत है। जिससे की लोगों की इस्लाह हो और लोगों में पनप रही बुराइयों का खात्मा हो सके।