
बदायूं। होली हो या दीपावली। हर त्योहार से पहले चाइना के सामान का बहिष्कार करके भारतीय उत्पाद का प्रयोग का आह्वान किया जाता है इसके बाद भी सस्ता होने की वजह से चाइना का उत्पाद बिकता है लेकिन अबकी बार होली पर कोरोना वायरस की वजह से चीन के उत्पाद बजार से गायब हैं और भारतीय उत्पाद की भरमार है। इस बार अग्निशमन यंत्र की तरह दिखने वाला बड़ा दो हजार रुपये का भारतीय स्प्रे गुलाल उड़ाएगा। कीमतों में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। तो युवा पॉवर रेंजर्स के मास्क पहने नजर आएंगे। युवतियों के लिए भी बजार में मास्क उपलब्ध हैं। भारतीय गुलाल का छोटा स्प्रे 120 रुपये में बजार में मिल जाएगा। 100 से 150 रुपये तक के पॉवर रेंजर्स के मास्क बजार में मौजूद हैं। 30 रुपये से 80 रुपये की चमकदार टोपी आकर्षित कर रहे हैं। युवतियों के लिए आई टोपी की कीमत 50 रुपये और हंटर वाली टोपी की कीमत 100 रुपये है। पिछली होली तक पैकेट में बिकने वाला हर्बल गुलाल इस बार 200 रुपये प्रति किलोग्राम कीमत पर बिक रहा है। कबीर सिंह के नाम से 300 रुपये का चश्मा बिक रहा है। गुलाल छोड़ने वाली बंदूक की कीमत 150 रुपये है। दुकानदार नरेंद्र साहू ने बताया कि बजार में चाइना का सामान नहीं आया है। इस बार गुलाल वाले हेलीकॉप्टर की ज्यादा मांग है।
घट गई पानी वाले रंग की मांग
पानी वाला हरा रंग शरीर पर लगने की वजह से बहुत नुकसान करता है। कभी-कभार तो इस रंग से चेहरा जल तक जाता है। लोगों ने इससे नुकसान समझा है और इस रंग की मांग नहीं हो रही। ज्यादातर लोग हर्बल रंग की मांग कर रहे हैं।