- Mohd Zubair Qadri
बरेली-कासगंज रेलमार्ग पर ट्रेनों के संचालन के साथ ही अब यहां बन रहे टीएसएस के निर्माण में तेजी

यूपी बदायूं। बरेली-कासगंज रेलमार्ग पर ट्रेनों के संचालन के साथ ही अब यहां बन रहे टीएसएस के निर्माण में तेजी आ गई है। जिम्मेदारों के मुताबिक तकरीबन एक पखवाड़े में काम पूरा करके आरवीएनएल यह टीएसएस रेलवे को हैंडओवर कर देगा। इसके बाद इस टीएसएस की बिजली सप्लाई से कछला ब्रिज से लेकर बभियाना तक ट्रेनों को बिजली मिलेगी। 100 किलोमीटर प्रतिघंटा की क्षमता से ट्रेन दौड़ाने की क्षमता वाले टीएसएस पर फिलहाल काम जारी है।
अमान परिवर्तन के बाद बरेली-कासगंज रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों के संचालन को मंजूरी मिली थी। वहीं आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) ने इस रूट पर विद्युतीकरण की जिम्मेदारी ली थी। इस संस्था ने ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम सालभर पहले पूरा करके चार्जिंग शुरू कर दी। सीआरएस का निरीक्षण भी हुआ और 100 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से ट्रेन भी दौड़ी। जबकि इसके बाद लॉकडाउन के कारण ट्रेनें बंद हो गईं। अनलॉक में टीएसएस पर काम धीरे-धीरे शुरू किया गया था।
शहर में बन रहा टीएसएस
टीएसएस शहर के नेकपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास बनाया जा रहा है। यह तकरीबन 60 किलोमीटर तक लाइन को सप्लाई देगा। ऐसे में टीएसएस अपनी लोकेशन से दोनों ओर 30-30 किलोमीटर तक काम करेगा।
नहीं हुई एमएसटी बुकिंग
ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद फिलहाल एमएसटी के लिए किसी ने आवेदन नहीं किया है। माना जा रहा है कि ट्रेनों की संख्या बढ़ने समेत सुबह के वक्त की ट्रेनें होने पर ही छात्र समेत नौकरीपेशा लोग एमएसटी के लिए आवेदन करेंगे। ताकि उन्हें रोजाना टिकट के लिए लाइन में लगने के झंझट से निजात मिल सके।
टीएसएस पर काम तेजी से चल रहा है। एक पखवाड़े में काम पूरा होने की पूरी संभावना है। लाइन को चार्जिंग फिलहाल सोरों टीएसएस से मिल रही है।
ज्ञान कुमार, प्रबंधक आरवीएनएल